Shani Jayanti 2024: हिंदू धर्म में शनिदेव की पूजा का विशेष महत्व है. शनिदेव को क्रूर और न्याय का ग्रह माना जाता है. कहा जाता है कि शनिदेव कर्मों का फल देते हैं, शनिवार के दिन शनिदेव की पूजा करना फलदायी होता है लेकिन शनि जयंती पर शनिदेव की पूजा करने से मनचाहा फल प्राप्त होता है और इस दिन विशेष रूप से शनिदेव (Shanidev puja) को मनाने की पूजा की जाती है, पंडित दुर्गेश ने बताया है कि कैसे करें शनि देव को प्रसन्न, आइए जानते हैं शनि जयंती (Shani Jayanti kab hai) किस तारीख को है और इस दिन का महत्व (Shani dev Importance) क्या है?
शनि जयंती मुहूर्त
वैशाख अमावस्या पर 8 मई 2024 बुधवार को शनि जयंती मनाई जाएगी, वैशाख अमावस्या पर दक्षिण भारत में शनि जयंती मनाई जाती है. शनिदेव की कृपा से आर्थिक मानसिक और शारीरिक तौर पर फायदे होते हैं.
शनि जयंती महत्व
शनिदेव अच्छे और बुरे कामों का फल देते हैं, इसका असर बहुत प्रभावशाली होता है. कहा जाता है कि शनि देवता जिस पर प्रसन्न हो जाते हैं उसके पास भी लंबे समय तक रहते हैं और जिससे रुष्ट होते हैं उसकी कुण्डली पर भी बने रहते हैं. ऐसे में शनि के अच्छे फल से नौकरी और बिज़नेस में तरक़्क़ी तो मिलती ही है, शनि जयंती पर शनिदेव की उपासना करने से कुंडली में शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या के अशुभ प्रभाव भी कम होते हैं.
शनि जयंती पूजा विधि
शनि जयंती पर आप भगवान शनिदेव को तिल का तेल चढ़ा सकते हैं. इसके साथ ही काला कपड़ा चढ़ाएं.
शमी पेड़ के पत्ते और अपराजिता के नीले फूल ख़ासतौर से इनकी पूजा में ज़रूर शामिल करना चाहिए.
कहा जाता है कि तिल, उड़द, काला कंबल, बादाम, लोहा, कोयला इन वस्तुओं पर शनि का प्रभाव बहुत अधिक होता है.
जरूरतमंद लोगों को आप अनाज, जूते, कपड़े, छाते का दान करें.
किसी प्याऊ में मटके का दान भी कर सकते ऐसा करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष व लोक मान्यताओं पर आधारित है. इस खबर में शामिल सूचना और तथ्यों की सटीकता के लिए NDTV किसी भी तरह की ज़िम्मेदारी या दावा नहीं करता है.
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