Shani Jayanti 2024: शनि की ढैया, साढ़ेसाती, दशा, महादशी और वक्री चाल में शनिदेव जातक का खर्चा करवाते हैं, ये एक ऐसा समय होता है जब जातक के कर्मों का हिसाब किताब शुरू होता है. ढैया ढाई साल की, साढ़ेसाती साढ़े सात साल की और दशा 19 साल की होती है. कहा जाता है कि यदि किसी के कर्म अच्छे है तो समय भी अच्छा रहता है, लेकिन व्यक्ति के कर्म बुरे होते हैं तो शनिदेव का चक्र (Shanidev ka chakra) प्रारंभ हो जाता है. पंडित दुर्गेश ने 3 राशियों पर चल रही शनिदेव की साढ़ेसाती, ढैय्या और दशा (Shani Dev's Sadesati, Dhaiya and Dasha) के बारे में विस्तार से जानकारी दी है, जो हम आपके साथ साझा करने जा रहे हैं...
कुंभ राशि
17 जनवरी 2023 को कुंभ राशि में प्रवेश किया था, तब से शनि इसी राशि में हैं. शनि का राशि परिवर्तन 29 मार्च 2025 को होगा, जहां पर ये मीन राशि में प्रवेश करेंगें और इस राशि में 2028 तक विराजमान रहेंगें. शनि के कुंभ राशि में रहने के कारण मकर, कुंभ और मीन राशि वालों के ऊपर शनि की साढ़ेसाती है. कुंभ राशि में शनि के प्रवेश करते ही कर्क और वृश्चिक राशि वालों पर शनि की ढैया शुरू हो गई थी.
मकर राशि
मकर राशि वालों पर शनि की साढ़ेसाती का आखिरी चरण चल रहा है, मकर राशि पर साढ़ेसाती 26 जनवरी 2017 से शुरू हुई थी, जो मार्च 2025 को समाप्त होगी.
मीन राशि
मीन राशि पर साढ़ेसाती 07 अप्रैल 2030 तक रहेगी, यदि आपकी राशि मीन है तो साढ़ेसाती का पहला चरण 29 मार्च 2025 तक रहेगा.
कर्क और वृश्चिक पर शनि की ढैया
17 जनवरी 2023 को कुंभ राशि में शनि के प्रवेश करते ही कर्क और वृश्चिक राशि वालों पर शनि की ढैया शुरू हो जाएगी ये ढाई वर्ष तक रहेगी.
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