विज्ञापन
This Article is From May 11, 2024

Mothers Day 2024: 'ये आईना हमें बूढ़ा नहीं बताता...' मदर्स डे पर मां को समर्पित करें ये खूबसूरत शायरियां

Mothers Day: हर साल मई के दूसरे रविवार को मदर्स डे (Mothers Day 2024) मनाया जा रहा है. इसका उद्देश्य है जीवनभर के त्याग और नि:स्वार्थ प्रेम के लिए सभी मां को सम्मान देना है. इस बार मदर्स डे 12 मई को मनाया जाएगा. अगर आप भी इस मौके पर अपनी भावनाओं को मां से जाहिर करना चाहते हैं, तो मशहूर शायरों की लिखी ये शायरियां अपनी मां को जरूर भेजे.

Mothers Day 2024: 'ये आईना हमें बूढ़ा नहीं बताता...' मदर्स डे पर मां को समर्पित करें ये खूबसूरत शायरियां

रविवार, 12 मई को मदर्स डे (Mothers Day 2024) मनाया जा रहा है. वैसे तो हर दिन मां का होता है, लेकिन मदर्स डे एक ऐसा दिन होता है, जो मां के लिए पूर्ण रूप से समर्पित होता है. कहते हैं कि मां के बिना एक बच्चे की जिंदगी और उसकी दुनिया पूरी तरह से अधूरी है. मां है तो जहान है. बच्चा छोटा हो या बड़ा, उसकी पहली दोस्त मां ही होती है. सबसे पहले हम सभी अपना हर सुख-दुख अपनी मां से ही बयां करते हैं.  

मां का होना किसे कहते हैं, ये उस बच्चे से पूछें जिसके पास मां नहीं होती है. इस दुनिया में न जाने ऐसे कितने बच्चे हैं, जिनके पास मां नहीं है. 

मां ममता का सागर है

'मां' को शब्दों में बांध पाना असंभव है. वो ममता का सागर है, जिसमें भावनाएं हिलोरे रहती हैं. इसलिए तो कहा गया है कि अगर ईश्वर को देखना है तो मां को देख लेना चाहिए. शायर मुनव्वर राना से लेकर निदा फाजली तक अपने कलम से एक से बढ़कर एक शेर मां के लिए लिखे गए हैं.

ऐसे में अगर आप मदर्स डे पर मां के प्रति असीम प्यार दिखाना चाहते हैं, तो हम आपके लिए कुछ चुनिंदा शायरी लेकर आए हैं. 

मशहूर शायर मुनव्वर राना (Munawwar Rana) ने मां पर लिखे अपने बेहतरीन अशआर ने न सिर्फ उन्होंने नौजवान नस्ल को मां (Maa) का मतलब समझाया, बल्कि ये भी बताया कि जीवन में मां की क्या अहमियत है. 

Latest and Breaking News on NDTV

मुनव्वर राना ने मां पर लिखे थे- ''मेरी ख्वाहिश है कि फिर से मैं फरिश्ता हो जाऊं, मां से इस तरह लिपट जाऊं कि बच्चा हो जाऊं… कम-से कम बच्चों के होठों की हंसी की खातिर, ऐसी मिट्टी में मिलाना कि खिलौना हो जाऊं…''

ऐसे में अगर आप मदर्स डे पर मां के प्रति असीम प्यार दिखाना चाहते हैं, तो हम आपके लिए कुछ चुनिंदा शायरी लेकर आए हैं. देखिए. 

मुनव्वर राना ने अपने कलम से मां पर लिखा था- 'हालात बुरे थे मगर अमीर बनाकर रखती थी. हम गरीब थे, ये बस हमारी मां जानती थी…'

Latest and Breaking News on NDTV

चलती फिरती हुई आंखों से अजा देखी है, मैंने जन्नत तो नहीं देखी है मां देखी है…

Latest and Breaking News on NDTV

इस तरह मेरे गुनाहों को वो धो देती है...

इस तरह मेरे गुनाहों को वो धो देती है, मां बहुत गुस्से में होती है तो रो देती है.

अभी जिंदा है मां मेरी, मुझे कुछ भी नहीं होगा.

मैं घर से जब निकलता हूं दुआ भी साथ चलती है

जब भी कश्ती मेरी सैलाब में आ जाती है
मां दुआ करती हुई ख्वाब में आ जाती है

ऐ अंधेरे देख ले मुंह तेरा काला हो गया
मां ने आंखें खोल दी घर में उजाला हो गया

लबों पर उसके कभी बददुआ नहीं होती
बस एक मां है जो मुझसे खफ़ा नहीं होती

‘मुनव्वर‘ मां के आगे यूं कभी खुलकर नहीं रोना
जहां बुनियाद हो इतनी नमी अच्छी नहीं होती.

Latest and Breaking News on NDTV

कल अपने-आप को देखा था मां की आंखों में, ये आईना हमें बूढ़ा नहीं बताता है..... 

Latest and Breaking News on NDTV

शायर सिराज फैसल खान ने मां पर लिखा था- 'किताबों से निकल कर तितलियां गजलें सुनाती हैं, टिफिन रखती है मेरी मां तो बस्ता मुस्कुराता है...' 

Latest and Breaking News on NDTV

Latest and Breaking News on NDTV

अख़्तर नज़्मी ने लिखा- 'भारी बोझ पहाड़ सा कुछ हल्का हो जाए, जब मेरी चिंता बढ़े मां सपने में आए...'

Latest and Breaking News on NDTV

निदा फाजली ने लिखा था- 'मैं रोया परदेस में भीगा मां का प्यार, दुख ने दुख से बातें की बिन चिट्ठी बिन तार..' 

ये भी पढ़े: Weight Loss Mistakes: वजन घटाते समय भूलकर भी न करें गलती, हो जाएगा बड़ा नुकसान, डाइटीशियन ने दी ये सलाह

MPCG.NDTV.in पर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें. देश और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं. इसके अलावा, मनोरंजन की दुनिया हो, या क्रिकेट का खुमार,लाइफ़स्टाइल टिप्स हों,या अनोखी-अनूठी ऑफ़बीट ख़बरें,सब मिलेगा यहां-ढेरों फोटो स्टोरी और वीडियो के साथ.

फॉलो करे:
Close