
Bhagvad Gita Rules : आज के समय में जीवन में बहुत सारी कठिनाइयां हैं, जिनसे हम सुबह-शाम जूझ रहे हैं. आज कदम-कदम पर पर्सनल, प्रोफेशनल और कई प्रकार की समस्याओं का सामना कर रहा है. जीवन के सही ढंग को अपनाकर कैसे इन समस्याओं का सामना करें, इसके उपाय हम आपको बताने जा रहे हैं. कहा जाता है कि श्रीमद्भगवत गीता में हर समस्या और परेशानी का समाधान मिलता है. भगवान श्रीकृष्ण (Shri Krishna) ने अर्जुन (Arjun) को प्रेरित करने के लिए जो ज्ञान दिया उन्हें गीता के 18 अध्यायों में कवर किय गया है. आज हम श्रीमद्भगवत गीता (Shrimad Bhagwat Geeta) से कुछ ऐसे टिप्स लेंगे जिन्हें अपनाकर आपका जीवन भी आसान हो जाएगा.
लक्ष्य पर फोकस करना जरूरी
गीता के अनुसार ज़िंदगी में सफलता पाने के लिए अपने लक्ष्य के प्रति क्रियान्वित होना. अपने लक्ष्य पर फोकस करना बहुत ज़रूरी है. कई लोग जीवन में कोई लक्ष्य निर्धारित करते हैं और यदि उसमें उन्हें सफलता नहीं मिलती है तो वे अपना लक्ष्य बदल लेते हैं. लेकिन इस बात का ख़ास ख्याल रखना चाहिए कि अपना लक्ष्य निर्धारण करने के बाद कड़ी मेहनत करना चाहिए और उस पर फोकस बनाए रखना चाहिए.
कर्म है आवश्यक
जब भी कोई काम करने का सोचते हैं तो हम उसके पहले परिणाम पर विचार करते हैं. गीता में कहा गया है कि काम करने से पहले उसके परिणाम पर विचार नहीं करना चाहिए जबकि उस प्लान या उस विचार को एक्ज़ीक्यूट करने पर फोकस चाहिए.
परिवर्तन संसार का नियम
जब भी किसी इंसान के जीवन में दुख आता है, तो वह उसी दुख का दुखड़ा हर समय रोने लगता है. जबकि गीता में समझाया गया है कि इस संसार में कुछ भी स्थिर नहीं है, हमेशा परिवर्तन होते रहेंगे. हमें इस बात को समझ लेना चाहिए कि जैसे हमारी ख़ुशी एक समय तक ही रहती है वैसे भी दुख भी एक समय तक ही रहेंगे और समय आने पर फिर परिवर्तन होगा.
सत्य की होती है जीत
हमने कई बार सुना है कि जो गलत या झूठा होता है वह आगे बढ़ जाता है और सच को परेशानी का सामना करना पड़ता है, लेकिन श्रीकृष्ण कहते हैं कि सच परेशान हो सकता है लेकिन हार नहीं सकता. हमें हमेशा सही काम करना चाहिए और जिस भी काम को हम करें उसे पूरी ईमानदारी से करना चाहिए, देर-सवेर हमें सफलता ज़रूर मिलेगी.
सब कुछ किसी कारण से होता है
श्रीकृष्ण कहते हैं कि हर काम हर परिस्थिति हर घटना के पीछे कोई न कोई ठोस कारण होता है यदि आपके जीवन में दुख है या आप सफल हो रहे हैं तो इसके पीछे भी ज़रूर कोई कारण है हमें अपनी असफलताओं से सीखकर आगे बढ़ना चाहिए.