
Tooth Care : टेढ़े-मेढ़े दांत एक कॉमन समस्या है. खूबसूरत दांत आपकी खूबसूरती की निशानी होती है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि बचपन से ही दांतों की सही केयर भी आपको खूबसूरत दांत दे सकती है. बहुत से बच्चों के दांत बचपन से ही टेढ़े-मेढ़े होते हैं. कई बार उनके दूध के दांत ठीक होते हैं, लेकिन जब परमानेंट दांत निकलने लगते हैं तो वो टेढ़े हो जाते हैं.
बच्चों के दांत टेढ़े-मेढ़े होने के पीछे बहुत सारी वजह हो सकती है. सुंदर और सीधे दांतों के लिए जरूरी है कि बचपन से उनके दांतों की सही देखभाल की जाएं. बच्चा जब एक साल का होने वाला होता है तो उसके दूध के दांत आने लगते हैं और ये दांत 5 से 6 साल के बाद टूटते हैं. इस दौरान पैरेंट्स कुछ बात का ध्यान रखकर बच्चों के दांत टेढ़े-मेढ़े होने से बचा सकते हैं.
टेढ़े मेढ़े दांत निकलने के कारण
छोटे बच्चों में दांत की हड्डी जब निकल रहे होते हैं तब उनके दांतों की हड्डी विकसित हो रही होती है. दांत की हड्डी में जगह कम होने की वजह से जहां हड्डी आनी चाहिए थी वहां बन नहीं पाती और दांत टेढ़े हो जाते हैं.
दूध के दांत
बच्चों के दांत टेढ़े मेढ़े होने के कई कारण हो सकते हैं. जिनमें से पहला दूध के दांतों का सही समय पर न गिरना भी हो सकता है. सही समय पर दूध के दांत न गिरने की वजह से जब स्थायी दांत आते हैं तब वो टेढ़े निकल जाते हैं.
अंगूठा चूसना से भी निकल सकते हैं टेढ़े दांत
छोटे बच्चों की ये आम आदत होती है कि वो अंगूठा चूसते हैं या कोई और उंगली चूसते हैं.अंगूठा चूसने की वजह से बच्चे के ऊपर की दांत और ऊपर उठने लगते हैं. जिससे नए दांत टेढ़े हो जाते हैं.
मुंह में पैन या पेंसिल रखना भी है वजह
मुंह में पैन या पेंसिल रख लेने की वजह से भी दांत टेढ़े मेढ़े हो जाते हैं. डॉक्टर का मानना है कि बच्चों के दांत जब निकल रहे होते हैं तब दांत की हड्डी भी बन रही होती है. अगर उस समय अगर बच्चे मुंह में पेंसिल या पैन डालते हैं तो उससे दांतों की शेप बिगड़ने लगता है.
नाखून चबाने से भी हो सकते हैं बच्चे के दांत टेढ़े मेढ़े
बहुत से बच्चे नाखून चबाते हैं, इस वजह से भी उनके दांत टेढ़े मेढ़े हो जाते हैं.
माता-पिता के टेढ़े दांत की वजह से बच्चे के दांत हो जाते टेढ़े
दांतों का टेढ़ा होना कई बार बच्चे के बस में नहीं होता. ये आनुवांशिक कारण भी हो सकता है. अगर घर में बच्चे के माता-पिता के दांत टेढ़े रहे हैं तो बच्चों के भी हो सकते हैं.
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इस उम्र में बच्चों के दांतों का रखें खास ख्याल
बच्चों में छह साल की उम्र तक परमानेंट दांत आने लगते हैं. ऐसे में 6 से 15 साल तक दांत टेढ़े होने की संभावना ज्यादा रहती है. 15 से 20 की उम्र में भी दांत टेढ़े हो सकते हैं, क्योंकि उस समय तक दांत की हड्डी बन रही होती है.
इन बातों का रखें ख्याल
सुंदर दांत सभी की ख्वाहिश होती है. इस ख्वाहिश को सिर्फ थोड़ी सी केयर से बचाया जा सकता है. बच्चों के दांत टेढ़े-मेढ़े न निकलें इसमें माता-पिता अपनी तरफ से शुरुआती प्रयास कर सकते हैं.
- 1. अगर पीछे के दांत ज्यादा टेढ़े हो गए हैं तो बच्चे को चिक बाइटिंग की शिकायत हो सकती है. गाल दोनों दांतों के बीच में आ जाता है. तो इस बात का रखें ध्यान.
- 2. बच्चों की अंगूठा चूसने वाली आदत को छुड़ाएं.
- 3. अगर बच्चे के दांत टेढ़े हो रहे हैं तो डॉक्टर को दिखाएं.
- 4. दांतों की सफाई का ध्यान रखें.
- 5. बच्चों को ऐसी चीजें खाने को न दें जिससे उनके दांतों में कीड़ा लग जाए.
- 6. कीड़ा लगने के बाद कीड़े वाला दांत खत्म हो जाता है, जिससे दांतों की पोजिशन बिगड़ने लगता है.
- 7. यदि आपके बच्चे में अंगूठा चूसने या चीजों को मुंह में डालने जैसी गलत आदतें हैं जिनकी वजह से दातों का आकार टेढ़ा मेढ़ा हो रहा है तो पहले उन आदतों को छुड़ाने की कोशिश करें.
- 8. अगर आपके बच्चे के दूध वाले दांत समय पर नहीं टूटते हैं तो आप तुरंत डेंटिस्ट के पास जाएं और दूध का दांत निकलवा दें. जिससे नीचे से आने वाले नए दांत सही आकार ले सकें.
बड़े बच्चों के टेढ़े-मेढ़े दांत सही करने का तरीका
अगर आप बड़े बच्चे के दांतों को सही आकार में लाना चाहते हैं तो बच्चों को ब्रेसेस लगवाएं. 12-14 साल की उम्र में दूध के दांत सारे टूट जाते हैं और पक्के दांत सारे आ जाते हैं. इस समय हड्डियों में भी लचीलापन होता है. इस समय दांत बहुत जल्दी ठीक हो सकते हैं.
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