Diwali 2025: कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की द्वादशी तिथि शनिवार, 18 अक्टूबर को दोपहर 12:18 बजे तक रहेगी, जिसके बाद त्रयोदशी तिथि शुरू हो जाएगी. इस दिन धनतेरस, यम दीपम और शनि त्रयोदशी का विशेष संयोग बन रहा है. द्रिक पंचांग के अनुसार, शनिवार के दिन अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 43 मिनट से शुरू होकर दोपहर 12 बजकर 29 मिनट तक रहेगा और राहुकाल का समय सुबह 9 बजकर 15 मिनट से शुरू होकर 10 बजकर 40 मिनट तक रहेगा. द्वादशी तिथि का समय 17 अक्टूबर सुबह 11 बजकर 12 मिनट से शुरू होकर 18 अक्टूबर दोपहर 12 बजकर 18 मिनट तक रहेगा. इसके बाद त्रयोदशी शुरू हो जाएगी, जिसके हिसाब से त्रयोदशी मनाई जाएगी.
क्या है महत्व?
शनि त्रयोदशी का उल्लेख शिव पुराण और स्कंद पुराण दोनों में मिलता है. यह व्रत चंद्र मास की दोनों त्रयोदशी को किया जाता है. प्रदोष व्रत के दिन के अनुसार, इसे सोम प्रदोष, भौम प्रदोष और शनि प्रदोष कहा जाता है, जब यह क्रमशः सोमवार, मंगलवार और शनिवार को पड़ता है. यह व्रत नाना प्रकार के संकट और बाधाओं से मुक्ति दिलाने के लिए किया जाता है.
इस दिन सूर्यास्त के समय प्रदोष काल में शिवलिंग की पूजा की जाती है और शनि मंत्रों के जाप और तिल, तेल व दान-पुण्य करने का प्रावधान है. यह व्रत विशेष रूप से उन लोगों के लिए लाभकारी है जो शनि की दशा से पीड़ित हैं.
धनतेरस की पूजा और यम दीपक
इसी के साथ ही इस दिन धनतेरस भी है. यह पर्व त्रयोदशी तिथि को प्रदोष काल में मनाया जाता है, जो सूर्यास्त के बाद लगभग 2 घंटे 24 मिनट तक रहता है. इस समय स्थिर लग्न, खासकर वृषभ लग्न, में पूजा करना सबसे शुभ माना जाता है, क्योंकि इससे मां लक्ष्मी घर में स्थायी रूप से विराजमान होती हैं.
धनतेरस के दिन संध्या समय यम दीपम जलाने की परंपरा है. त्रयोदशी तिथि को घर के मुख्य द्वार पर दक्षिण दिशा में एक दीपक जलाएं. यह दीपक यमराज को समर्पित होता है. मान्यता है कि इससे यमदेव प्रसन्न होते हैं और परिवार के सदस्यों की अकाल मृत्यु से रक्षा करते हैं. इस दीपक को जलाते समय दीर्घायु और सुरक्षा की प्रार्थना करें.
यह भी पढ़ें : National Unity Day 2025: एकता नगर में PM मोदी की मौजूदगी में यूनिटी दिवस परहोगी भोपाल की बेटियों की प्रस्तुति
यह भी पढ़ें : NDTV World Summit 2025: क्या AI भविष्य की नौकरियों के लिए खतरा है? AI एक्सपर्ट नितिन मित्तल ने क्या कहा
यह भी पढ़ें : NDTV World Summit 2025: भारत में दुनिया के बेस्ट गोल्ड व डायमंड रिजर्व; वेदांता ग्रुप के चेयरमैन अनिल अग्रवाल
यह भी पढ़ें : Gajalakshmi Temple: दीपावली पर नोटों से सजेगा गजलक्ष्मी का दरबार, 2100 लीटर दूध से होगा अभिषेक