
मध्यप्रदेश में महाराष्ट्र के बॉर्डर से सटा है जिला बड़वानी. बड़वानी को पुराने समय में बड़वानी रियासत की राजधानी माना जाता था. बड़वानी पर कुदरती खूबसूरती भी मेहरबान है. नर्मदा नदी इसके उत्तर की सीमा पर कल कल बहती हैं. दक्षिण में सतपुड़ा है तो विंद्याचल पर्वत श्रेणी उत्तर की ओर ही है. बड़वानी शहर में कभी बड़ के जंगल हुआ करते थे, जिसके आधार पर जगह का नाम बड़वानी कर दिया गया यानी कि बड़ का बगीचा.. इसकी खूबसूरत वादियों के चलते इसे एक जमाने में निमाड़ का पेरिस भी कहा जाता था.
बेटे की याद में बनवाया तीर गोला
बड़वानी यूं तो जैन तीर्थ यात्रा केंद्र चुलगिरी और बावनगजा के लिए भी मशहूर है. लेकिन यहां का तीर गोला स्मारक भी लोगों के आकर्षण का केंद्र रहा है. तीर गोला स्मारक का निर्माण बड़वानी के राजा राणा देवी सिंह ने करवाया था. एक हादसे में अपने भाई उदय सिंह के निधन के बाद राजा राणा देवी सिंह ने इसका निर्माण करवाया. बताया जाता है कि राजा को अपने छोटे भाई से बहुत प्यार था. उनकी याद में उन्होंने उदय मेमोरियल के नाम से तीर गोले के निर्माण करवाया. जिसे देखकर वो अपने भाई को याद किया करते थे.
किला भी है खास
बड़वानी में एक हजार साल पुराना किला भी मशहूर है. इस किले का ठीक इतिहास पता नहीं चला है लेकिन ये माना जाता है कि किला 8 वीं से 11 वीं सदी के बीच बना होगा, जिसे बाद में सिसौदिया शासकों ने रेनोवेट करवाया. किले में छुपे खजाने को लेकर कई किंवदंतियां मशहूर है, कहते हैं कुछ लोग यहां लोग खज़ाने की तलाश में भी पहुंचते हैं.
हरी मिर्च की खेती
बड़वानी की तीखी हरी मिर्च न सिर्फ जिले बल्कि पूरे पश्चिमी निमाड़ क्षेत्र में मशहूर है. यहां की राजपुर तहसील पूरे मिर्ची किसानों को बड़ा बाजार उपलब्ध कराता है. इस मिर्च की डिमांड प्रदेश से बाहर भी खूब है. इसके अलावा बड़वानी में पपीते की खेती भी काफी होती है. यहां के पपीते अपनी खास रंगत और स्वाद के लिए काफी मशहूर हैं.
बड़वानी जिले की जानकारी
- क्षेत्रफल- 5,427वर्ग किमी
- कुल जनसंख्या (प्राथमिक जनगणना सार 2011) 13,85,881
- कुल जनसंख्या – पुरुष 6,99,340
- कुल जनसंख्या – महिला 6,86,541
- कुल जनसंख्या – ग्रामीण 11,81,812
- कुल जनसंख्या – शहरी 2,04,069
- विधानसभा - 4
- ग्राम पंचायत - 417
- विकासखंड -7