
Rohini Ghavari Chandrashekhar Azad News: मध्य प्रदेश के इंदौर की बेटी रोहिणी घावरी और उत्तर प्रदेश के नगीना से आज़ाद समाज पार्टी (कांशीराम) के सांसद चंद्रशेखर आजाद के बीच विवाद में नया मोड़ आया है. रोहिणी घावरी ने जहर खाने की धमकी देने के बाद सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा की, जिसमें रात तीन बजे की घटना का जिक्र है. इससे यह पता चला कि, रोहिणी के अनुसार, चंद्रशेखर आजाद अपनी दीवानगी में एक सीमा तक चले गए थे.
रोहिणी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पीएमओ को टैग करते हुए सांसद चंद्रशेखर आजाद का नाम लिए बिना लिखा कि, "कायर नीच मुझे रात में तीन-तीन बजे रो-रोकर इस रिश्ते में ज़बरदस्ती बाँधे रखता था. मैं बार-बार समझा चुकी थी कि परेशान मत करो, लेकिन वह मुझे मरने की धमकी देता था. रोहिणी के अनुसार, मैंने उसे समझाया कि इस रिश्ते से बदनामी होगी, लेकिन वह पागल दीवाना था. उसने कहा कि छोड़ दोगी तो मर जाऊँगा. उस दिन मर जाता तो अच्छा होता. मैंने इस व्यक्ति को उसके दुख में संभाला और इसके बावजूद मेरी जिंदगी का तमाशा बना दिया. मेरी सच्चाई समाज को सुननी होगी. मैं गलत नहीं हूँ."
कायर नीच मुझे रात में 3 3 बजे रो रो कर इस रिश्ते में ज़बरदस्ती बाँधे रखता था मैं समझा समझा के थक जाती थी की मत कर परेशान तो मरने की धमकी देता था !!
— Dr. Rohini Ghavari ( रोहिणी ) (@DrRohinighavari) September 24, 2025
इस नालायक को बोलती थी बहुत बदनामी होगी इस रिश्ते से तो पागल दीवाना था तब मेरा !!
बोलता था छोड़ दोगी तो मर जाऊँगा उस दिन मर जाता तो… pic.twitter.com/UtCsrelejB
रोहिणी के दिल्ली पुलिस पर आरोप
NCIB Headquarters नाम के एक हैंडल पर रोहिणी का वीडियो शेयर करते हुए दावा किया कि, "वाल्मीकि समाज की बेटी रोहिणी घावरी ने आरोप लगाया है कि भीम आर्मी चीफ़ एवं निर्दलीय सांसद चंद्रशेखर के खिलाफ दिल्ली पुलिस FIR दर्ज नहीं कर रही है. रोहिणी के अनुसार, यह हमारे लोकतंत्र पर सबसे बड़ा कलंक होगा यदि दलित समाज की बेटी न्याय की गुहार लगाते-लगाते UN के मंच से अपनी जान देने को मजबूर हो. अपने ही देश में मुझे आत्मसम्मान की लड़ाई नहीं लड़ने दी गई. आरोपी को लगातार दिल्ली पुलिस बचाती रही और वह एक FIR तक दर्ज नहीं करा पाई. पुलिस पीड़िता की नहीं, नेताओं की सुनती है."
इस अय्याश बेवड़े आदमी को मैं बहुजन आंदोलन के लायक़ बना रही थी यही गलती है मेरी और इसने मुझे ही समाज के सामने बदनाम किया !!
— Dr. Rohini Ghavari ( रोहिणी ) (@DrRohinighavari) September 24, 2025
पुलिस मेरी नहीं सुन रही क्योंकि बीजेपी इसको बचा रही है लेकिन समाज के सामने मैं साबित करूँगी की ग़लत मैं नहीं यह है !!
बहुजन वाल्मीकि समाज की बेटी के साथ… pic.twitter.com/DT2kCVeP4a
खुदकुशी की धमकी
24 सितंबर 2025 की दोपहर को रोहिणी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर सांसद चंद्रशेखर और उनके परिवार की फोटो साझा करते हुए लिखा कि, "यह फोटो पहले क्यों नहीं डाली. रोहिणी के अनुसार, मेरे जीवन को बर्बाद कर के यह व्यक्ति खुशियाँ मना रहा है. आज ही तेरे नाम पर ज़हर खाऊँगी. तूने मुझे खत्म कर दिया. पीएमओ इंडिया और नरेंद्र मोदी मेरी लाश भी भारत वापस मत लाना. किसी ने नहीं सुनी, मेरे सभी अपराधियों का साथ देते रहे. तुम सब को मेरा अंतिम अलविदा."
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रोहिणी घावरी और चंद्रशेखर आजाद का मामला
इंदौर के दलित परिवार से ताल्लुक रखने वाली रोहिणी घावरी ने स्विट्ज़रलैंड से पीएचडी की है. करीब तीन साल पहले दलित आंदोलन के दौरान रोहिणी की चंद्रशेखर आजाद से जान-पहचान हुई थी. रोहिणी के अनुसार, चंद्रशेखर ने खुद को अविवाहित बताते हुए शादी के नाम पर उनके साथ कई बार दुर्व्यवहार किया. सांसद बनने के बाद उन्होंने रोहिणी से दूरी बना ली. रोहिणी ने सोशल मीडिया पर चंद्रशेखर और अपनी तस्वीरें और चैट्स साझा करते हुए दिल्ली पुलिस से न्याय की मांग की. चंद्रशेखर आजाद ने इन आरोपों का अदालत में जवाब देने की बात कही है.
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चंद्रशेखर आजाद कौन हैं?
सांसद चंद्रशेखर आजाद उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के छुतमलपुर कस्बे के निवासी हैं. वर्तमान में वे नगीना लोकसभा क्षेत्र से सांसद हैं, जो बिजनौर जिले में स्थित है. उन्होंने 2024 के आम चुनाव में नगीना सीट पर जीत दर्ज की और वर्तमान में आज़ाद समाज पार्टी (कांशीराम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं.
चंद्रशेखर आजाद को दलित अधिकारों के लिए सक्रियता और भीम आर्मी के संस्थापक के रूप में पहचान मिली है. वे सामाजिक न्याय, समानता और संवैधानिक मूल्यों के पक्षधर रहे हैं. उनकी राजनीति मुख्य रूप से बहुजन समाज के उत्थान और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए केंद्रित है.