Panna Tiger Reserve: मध्य प्रदेश के पन्ना टाइगर रिजर्व जिसे हम बाघों की दहाड़ और कुदरती खूबसूरती के लिए जानते हैं, वहां बीती रात कुल्हाड़ियों की खनक और चीख-पुकार ने सन्नाटा चीर दिया. पन्ना से एक बेहद खौफनाक खबर सामने आ ही है, जहां जंगल की सुरक्षा करने वाले वनकर्मियों को ही जान बचाने के लाले पड़ गए.
चारों तरफ से घेरकर किया अटैक
मामला गुमानगंज बीट का है. जहां आधी रात को अपनी जान हथेली पर रखकर अवैध कटाई रोकने पहुंचे बीट गार्ड दिनेश चक्रवर्ती और सुरक्षा श्रमिक चेला यादव पर मौत का साया मंडरा गया. सागौन के लालची तस्करों ने इन दोनों जांबाज वनकर्मियों को चारों तरफ से घेर लिया. फिर जो हुआ, वो रूह कंपा देने वाला है. लाठी-डंडों और कुल्हाड़ी से किए गए इस ताबड़तोड़ हमले में किसी का हाथ टूट गया, तो किसी की आंख के पास गहरे जख्म आए हैं.
FIR दर्ज
हैरानी की बात ये है कि जिस टाइगर रिजर्व में परिंदा भी पर नहीं मार सकता, वहां आधा दर्जन हमलावर कुल्हाड़ी लेकर घूम रहे हैं और सरेआम कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं. फिलहाल दोनों घायल जिला अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं. पुलिस ने चार नामजद आरोपियों पर FIR तो दर्ज कर ली है, लेकिन सवाल वही है.जंगल के रखवालों का रखवाला कौन.
ये भी पढ़ें यादें 2025...छत्तीसगढ़ में उपलब्धियों, चुनौतियों और बदलावों का रहा ये साल, कई यादें भी पीछे छोड़ गया
ये भी पढ़ें नर्स से छेड़छाड़ करने पर मचा बवाल, पूर्व विधायक ने दी फिजा बिगाड़ने की धमकी, सड़क पर उतरे हिंदूवादी संगठन