
आम चुनाव 2024 में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को चुनौती देने की कोशिशों में जुटे विपक्षी दलों ने अपने गठबंधन का नाम 'इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (I.N.D.I.A.)' घोषित किया था, लेकिन ख़बर है कि जब बेंगलुरू कॉन्क्लेव में मोर्चे के लिए I.N.D.I.A. नाम पर चर्चा हुई थी, बिहार के CM नीतीश कुमार ने इस पर सवाल खड़ा किया था - किसी विपक्षी गठबंधन का नाम I.N.D.I.A. कैसे रखा जा सकता है...?
ख़बरों के अनुसार, जनता दल यूनाइटेड (JDU) के शीर्ष नेता नीतीश कुमार ने गठबंधन के नाम I.N.D.I.A. में 'NDA' अक्षर होने पर भी आपत्ति जताई थी. बताया गया है कि इस मुद्दे को लेकर तो I.N.D.I.A. नाम पर वामपंथी नेताओं में झिझक महसूस की गई थी, और उन्होंने कुछ विकल्प भी सुझाए थे. लेकिन चूंकि अधिकतर दलों ने I.N.D.I.A. नाम को मंज़ूर कर लिया था, इसलिए नीतीश को भी इसे कबूल करना पड़ा.
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नीतीश कुमार, बिहार के मुख्यमंत्री
ख़बरों के अनुसार, विपक्षी मोर्चे का नाम I.N.D.I.A. रखे जाने का श्रेय शिवसेना (UBT) के प्रमुख उद्धव ठाकरे, तृणमूल कांग्रेस (TMC) की मुखिया ममता बनर्जी और यहां तक कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को दिया गया है. वैसे नाम के लिए सभी विपक्षी नेताओं से सुझाव मांगे गए थे.
विदुतलाई चिरुतिगल काच्चि (VCK) प्रमुख थोल थिरुमावलवन ने कहा कि ममता बनर्जी ने नाम सुझाया है. उन्होंने समाचार एजेंसी ANI से कहा, "विपक्षी गठबंधन का नाम - I.N.D.I.A. - पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा प्रस्तावित किया गया था... लंबी चर्चा के बाद, इसे 'भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन' कहा जाने का निर्णय लिया गया..."
कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, राहुल गांधी ने बताया कि यह नाम I.N.D.I.A. क्यों होना चाहिए, और उसके पक्ष में मज़बूत तर्क दिए. कुछ रिपोर्टों में कहा गया है कि राहुल गांधी ने गठबंधन का नाम सुझाया और फ़ैसला किया गया कि ममता बनर्जी को औपचारिक रूप से इसका प्रस्ताव प्रस्तुत करना चाहिए. इसके बाद, विपक्षी मोर्चे ने बुधवार को अपनी टैगलाइन - "जीतेगा भारत" की भी घोषणा कर दी. मंगलवार देर रात विस्तृत विचार-विमर्श के बाद टैगलाइन तय की गई है. कथित तौर पर यह सुझाव उद्धव ठाकरे ने दिया था कि गठबंधन की टैगलाइन हिन्दी में होनी चाहिए.
विपक्षी दलों की अगली बैठक मुंबई में होगी, जिसकी मेज़बानी शिवसेना का उद्धव ठाकरे गुट करेगा. 26 विपक्षी दलों के नेताओं ने इस बात पर भी चर्चा की कि गठबंधन का चेहरा कौन हो सकता है. यह और अन्य सभी अहम पहलुओं पर प्रमुख दलों सहित 11-सदस्यीय समन्वय समिति द्वारा फ़ैसले किए जाएंगे. कांग्रेस ने यह भी कहा है कि चुनाव प्रचार अभियान प्रबंधन के लिए दिल्ली में एक 'सचिवालय' स्थापित किया जाएगा.