
Vice President Election 2025 Result: भारत को अपना नया उपराष्ट्रपति (New Vice President of India) मिल गया है. मंगलवार, 9 सितंबर को हुए मतदान और वोटों की गिनती के बाद परिणाम घोषित कर दिए गए हैं. आंकड़ों में सामने आया है कि NDA खेमे से उम्मीदवार, महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन (Chandrapuram Ponnusamy Radhakrishnan) को कुल 452 वोट मिलें और वो उपराष्ट्रपति पद के लिए निर्वाचित हुए हैं. उन्होंने INDIA गठबंधन के उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी (B. Sudarshan Reddy) को हराया है, जिन्हें 300 वोट मिले थे. पीसी मोदी ने परिणामों की घोषणा की.
767 में से 452 वोट राधाकृष्णन को सांसदों ने मतदान किया
उपराष्ट्रपति चुनाव के परिणामों की घोषणा में बताया गया कि कुल 767 सांसदों ने वोट दिया था, जिसमें से कुछ वोट इनवैलिड हो गए थे. वैलिड वोटों की गिनती के आधार पर चंद्रपुरम पोन्नुस्वामी राधाकृष्णन को 452 वोट पाए गए और बी सुदर्शन रेड्डी के 300 वोट पाए गए. इस तरह, कुल 152 वोट के अंतर से एनडीए के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन उपराष्ट्रपति पद के लिए निर्वाचित हुए हैं.
सबसे पहले भरा था नामांकन
पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप दनकड़ ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए 21 जुलाई 2025 को अपने पद से इस्तीफा दिया था. इसके बाद, 17 अगस्त 2025 को एनडीए ने चंद्रपुरम पोन्नुस्वामी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद के लिए अपना उम्मीदवार घोषित किया. इन्होंने सबसे पहले, 20 अगस्त 2025 को अपना नामांकन दाखिल किया. जिसके अगले ही दिन, इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी ने भी नामांकन दाखिल किया था.
कौन हैं सीपी राधाकृष्णन?
चंद्रपुरम पोन्नुस्वामी राधाकृष्णन महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं. उन्होंने 31 जुलाई 2024 को इस पद पर शपथ ली थी. इससे पहले उन्होंने लगभग डेढ़ साल तक झारखंड के राज्यपाल के रूप में काम किया था. झारखंड के राज्यपाल के रूप में राधाकृष्णन को भारत के राष्ट्रपति की ओर से तेलंगाना के राज्यपाल और पुडुचेरी के उपराज्यपाल के रूप में कार्यभार संभालने के लिए नियुक्त किया गया था.
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सीपी राधाकृष्णन का आरएसएस से पुराना नाता
राधाकृष्णन को चार दशकों से ज्यादा का भारतीय राजनीति का अनुभव है. इनका जन्म 20 अक्टूबर 1957 को तिरुपुर, तमिलनाडु में हुआ था. इन्होंने बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में स्नातक की उपाधि प्राप्त की. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक के रूप में शुरुआत करते हुए वे 1974 में भारतीय जनसंघ की राज्य कार्यकारिणी के सदस्य बने. इसके बाद, 1996 में राधाकृष्णन को तमिलनाडु भाजपा का सचिव नियुक्त किया गया. 1998 में वे पहली बार कोयंबटूर से लोकसभा के लिए चुने गए. 1999 में वे फिर से लोकसभा के लिए चुने गए.
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