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Pran Pratishtha ceremony: अयोध्या में भीष्म तैनात, जानिए इस स्वदेशी मोबाइल अस्पताल के बारे में

Ayodhya Ram Mandir: उन्नत चिकित्सा उपकरण, कुशल रीपैकेजिंग और पुनः तैनाती के लिए आरएफआईडी-टैग, इस क्यूब की एक प्रमुख विशेषता है. अत्याधुनिक भीष्म सॉफ्टवेयर सिस्टम को टैबलेट में एकीकृत किया गया है, जो ऑपरेटरों को वस्तुओं का तुरंत पता लगाने, उनके उपयोग और समाप्ति पर नजर रखने और बाद की तैनातियों के लिए तैयारी सुनिश्चित रखने में समर्थ बनाता है.

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Pran Pratishtha ceremony: अयोध्या में भीष्म तैनात, जानिए इस स्वदेशी मोबाइल अस्पताल के बारे में

Prime Minister Narendra Modi Ayodhya visit: अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर अयोध्या (Shri Ram Janmbhoomi Mandir Ayodhya) में होने जा रहे प्राण प्रतिष्ठा (Ram Mandir Pran Pratishtha) समारोह को लेकर पूरे देश में उत्साह व उत्सव का माहौल है. आज प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी (PM Narendra Modi) प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए अयोध्या दौरे पर रहेंगे. इस कार्यक्रम में 8,000 अतिथियों के शामिल होने की संभावना है. अयोध्या में आगामी 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह (Pran Pratishtha Ceremony) के दौरान चिकित्सीय तैयारी और प्रतिक्रिया क्षमताओं को बढ़ाने के लिए दो आरोग्य मैत्री आपदा प्रबंधन क्यूब 'भीष्म' तैनात किए गए हैं. भीष्म अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी से युक्‍त मोबाइल अस्पताल हैं.

Indigenous Mobile Hospital (BHISHM)

भीष्म : भारत हेल्थ इनिशिएटिव फॉर सहयोग हित एंड मैत्री

जानिए क्या और कैसा है 'भीष्म'?

प्रोजेक्ट भीष्म (Bharat Health Initiative for Sahyog, Hita and Maitri या भारत हेल्थ इनिशिएटिव फॉर सहयोग हित एंड मैत्री) नामक यह क्यूब एक व्यापक पहल का हिस्सा है, जिसे त्‍वरित प्रतिक्रिया और समग्र देखभाल पर बल देते हुए 200 घायलों (Casualties) तक के उपचार के लिए तैयार किया गया है. यह ऐड क्यूब (Aid Cube) आपात स्थितियों के दौरान आपदा प्रतिक्रिया और चिकित्सा सहायता में वृद्धि करने के लिए निर्मित कई नवोन्‍मेषी उपकरणों से युक्‍त है. यह क्षेत्र में चिकित्सा सेवाओं के प्रभावी समन्वय, वास्तविक समय में निगरानी और कुशल प्रबंधन को सुगम बनाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence) या एआई (AI) और डेटा एनालिटिक्स को एकीकृत करता है.

यह हैं खूबियां

इस पूरी यूनिट में आसानी से ट्रांसपोर्ट करने वाले 72 कंपोनेंट हैं. जिन्हें आसानी से हाथ, साइकिल या यहां तक कि ड्रोन के द्वारा भी ले जाया जा सकता है. यह ऐड क्यूब बुनियादी सहायता से लेकर उन्नत चिकित्सा और शल्य चिकित्सा देखभाल तक की आवश्यकता वाले मास कैजुअल्‍टी इंसिडेंट्स (Mass Casualty Incidents), होने के बावजूद 12 मिनट के भीतर तैनात होने की क्षमता रखता है. जिससे आपात समय में उपचार की अविलंब आवश्‍यकता वाले अनेक लोगों की जान बचाई जा सकती है.

विभिन्न खूबियों से डिज़ाइन किए गए ये क्यूब्स मजबूत, वॉटरप्रूफ और हल्के हैं, जो उन्हें विभिन्न आपातकालीन स्थितियों के लिए उपयुक्‍त बनाता है. एयरड्रॉप से लेकर ग्राउंड ट्रांसपोर्ट तक, इस क्यूब को तेजी से कहीं भी तैनात किया जा सकता है, जिससे तत्काल प्रतिक्रिया क्षमता सुनिश्चित होती है.

उन्नत चिकित्सा उपकरण, कुशल रीपैकेजिंग और पुनः तैनाती के लिए आरएफआईडी-टैग, इस क्यूब की एक प्रमुख विशेषता है. अत्याधुनिक भीष्म सॉफ्टवेयर सिस्टम को टैबलेट में एकीकृत किया गया है, जो ऑपरेटरों को वस्तुओं का तुरंत पता लगाने, उनके उपयोग और समाप्ति पर नजर रखने और बाद की तैनातियों के लिए तैयारी सुनिश्चित रखने में समर्थ बनाता है.

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