Meghalaya Honeymoon Murder: मेघालय के ईस्ट खासी हिल्स में स्थित वेई सॉडोंग फॉल्स, आमतौर पर अपनी खूबसूरती के लिए जाना जाता है, लेकिन 23 मई की दोपहर यह जगह एक खौफनाक साजिश का गवाह बनी. यहां 23 मई को दोपहर के वक्त एक गहरी खाई के किनारे तीन पुरुष और संभवतः एक महिला खड़े थे, लेकिन ये सब यहां का खूबसूरत नज़ारा देखने नहीं, बल्कि एक हत्या को अंजाम देने के बाद शव को ठिकाने लगा रहे थे.
दरअसल, 30 वर्षीय व्यवसायी राजा रघुवंशी की लाश 2 जून को उसी खाई के नीचे मिली थी. पुलिस की जांच में सामने आया है कि यह हत्या उनकी पत्नी सोनम और उसके प्रेमी राज कुशवाहा की ओर से रची गई एक सोची-समझी साजिश का हिस्सा थी, जिसमें तीन कॉन्ट्रैक्ट किलर्स की मदद भी ली गई थी.
बहुत ही खतरनाक है खाई का मंजर
NDTV संवाददाता सौरभ गुप्ता जब अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे, तो खाई की गहराई और मौसम की बदलती स्थिति को देखा तो यह स्पष्ट हो गया कि वहां शव को ढूंढ़ना कितन मुश्किल रहा होगा. यही वजह है कि पुलिस को ड्रोन की मदद लेनी पड़ी. दरअसल, यह खाई इतनी गहरी और खतरनाक है कि कुछ ही सेकंड में धुंध सब कुछ ढक देती है. NDTV की टीम ने देखा कि अगर वहां लगे कमर तक की ऊंचाई वाले बैरियर न होते, तो कोई भी व्यक्ति गलती से गिर सकता है. इस स्थान की दुर्गमता और मौसम की अनिश्चितता देख कर आसानी से इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि पुलिस की खोज कितनी चुनौतीपूर्ण रही होगी. यही वजह है कि ये जगह हत्यारों को अपनी साजिश को अंजाम देने के लिए सबसे मुफीद लगी होगी. पुलिस भी मानती है कि इस खाई का चुनाव जानबूझकर किया गया था. न केवल शरीर को छिपाने के लिए, बल्कि इस कारण से भी कि अगर हत्या कहीं और होती, तो शव को यहां लाना जोखिम भरा होता.
मौत से पहले के तीन दिन: भ्रमण या बहाना?
राजा और सोनम ने 20 मई को मेघालय के लिए रवाना होकर हनीमून का सफर शुरू किया. शुरुआती दो दिन उन्होंने नोंग्रिअत के लिविंग रूट्स ब्रिज सहित कई स्थानों की सैर की. 23 मई की सुबह 10 बजे, एक स्थानीय गाइड अल्बर्ट PDE ने राजा, सोनम और तीन हिंदी बोलने वाले पुरुषों को साथ देखा. यही आखिरी बार था, जब राजा रघुवंशी को ज़िंदा देखा गया. PDE की गवाही पुलिस जांच के लिए बेहद अहम रही, क्योंकि यह तीनों लोग ही संदिग्ध हत्यारे माने जा रहे हैं.
हत्या की प्लानिंग: कैफे मीटिंग से खाई तक
जांच में खुलासा हुआ है कि इस हत्या की योजना पहले से ही बनाई जा चुकी थी. सोनम और राजा की शादी को मुश्किल से दो हफ्ते ही हुए थे, जब यह साजिश शुरू हो गई थी. अब इस मामले में पुलिस ने राजा की पत्नी सोनम समेत सभी पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. इसके साथ ही साजिश के वो सारे सबूत भी इकठ्ठा कर लिया है, जो इन सभी की हत्या में संलिप्तता बताने के लिए काफी है. इन सबूतों में कैफे में गुप्त मुलाकात, मेघालय के लिए एकतरफा टिकट और ऑनलाइन कुल्हाड़ी (हत्या का हथियार) खरीदना शामिल है. इसके साथ ही हत्यारों ने राजा और सोनम के होम स्टे के पास एक होटल में ठहर कर उन्हें ट्रैक किया.
सोनम और राज कुशवाहा: प्रेम और षड्यंत्र का खतरनाक मेल
जांच से पता चला है कि सोनम ने हत्यारों को 'मार डालो' का इशारा खुद दिया था. हालांकि, राज कुशवाहा खुद मेघालय नहीं गया, लेकिन उसकी भूमिका इस हत्या की पूरी साजिश में सबसे अहम रही. हत्या के बाद सोनम लापता हो गई. कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि वह इंदौर में अपने प्रेमी राज से मिलने गई थी, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है. आखिरकार उसने 8 जून की रात एक बजे उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के एक ढाबे पर पहुंची, जहां से पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. पुलिस सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है, लेकिन इस हत्याकांड की पूरी कहानी अब भी धीरे-धीरे सामने आ रही है.
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हत्या के बाद क्या हुआ? अब भी कई सवाल है बाकी
2 जून को राजा की लाश मिलने के बाद भी कई रहस्य बने हुए हैं:
- सोनम की 10 दिनों की गुमशुदगी के पीछे की कहानी क्या है?
- क्या राज और सोनम फिर से मिले?
- हत्या के बाद इन लोगों ने कैसे खुद को छिपाया?
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