
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh Assembly Elections 2023) राज्य में उत्तर क्षेत्र के बिलासपुर जिले में बिलासपुर विधानसभा क्षेत्र है, जो अनारक्षित है. पिछले विधानसभा चुनाव, यानी वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में यहां कुल मिलाकर 217971 मतदाता थे, जिन्होंने कांग्रेस के प्रत्याशी शैलेश पांडे को 67896 वोट देकर जिताया था. उधर, बीजेपी उम्मीदवार अमर अग्रवाल को 56675 वोट हासिल हो सके थे, और वह 11221 वोटों से हार गए थे.
इसी तरह वर्ष 2013 में बिलासपुर विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी प्रत्याशी अमर अग्रवाल को जीत हासिल हुई थी, और उन्होंने 72255 वोट हासिल किए थे. इस चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार वाणी राव को 56656 वोट मिल सके थे, और वह 15599 वोटों के अंतर से दूसरे स्थान पर रहे थे.
इससे पहले, बिलासपुर विधानसभा क्षेत्र में वर्ष 2008 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी पार्टी के प्रत्याशी अमर अग्रवाल ने कुल 60784 वोट हासिल कर जीत दर्ज की थी, और कांग्रेस उम्मीदवार अनिल टाह दूसरे स्थान पर रहे थे, जिन्हें 51408 मतदाताओं का समर्थन हासिल हो सका था, और वह 9376 वोटों के अंतर से विधानसभा चुनाव हार गए थे.
गौरतलब है कि पिछले विधानसभा चुनाव, यानी विधानसभा चुनाव 2018 में छत्तीसगढ़ में 68 सीटें जीतकर कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनी थी, और पार्टी ने भूपेश बघेल को मुख्यमंत्री बनाया था. इसके साथ ही भारतीय जनता पार्टी (BJP) के रमन सिंह का 15 साल तक चला कार्यकाल खत्म हो गया था. BJP इस चुनाव में महज़ 15 सीटें ही अपनी झोली में डाल पाई थी. 2018 में छत्तीसगढ़ में सत्ता में कैसे बदलाव हुआ था, इसे समझने के लिए 2013 के चुनाव परिणाम पर भी निगाह डालनी होगी. तब BJP को 49 सीटें मिलीं थीं और कांग्रेस को 41 सीटें, लेकिन दोनों के बीच वोट शेयर का अंतर महज़ 1 फीसदी से भी कम था. अब भूपेश सरकार के पास राज्य में पहली बार बनी कांग्रेस सरकार को रिपीट करने की चुनौती है, तो BJP एन्टी-इन्कम्बेन्सी के सहारे फिर सत्ता पाने की जुगत में लगी है.