
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh Assembly Elections 2023) राज्य में मध्य क्षेत्र के जांजगीर-चम्पा जिले में अकलतारा विधानसभा क्षेत्र है, जो अनारक्षित है. पिछले विधानसभा चुनाव, यानी वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में यहां कुल मिलाकर 203052 मतदाता थे, जिन्होंने बीजेपी के प्रत्याशी सौरभ सिंह को 60502 वोट देकर जिताया था. उधर, बसपा उम्मीदवार ऋचा जोगी को 58648 वोट हासिल हो सके थे, और वह 1854 वोटों से हार गए थे.
इसी तरह वर्ष 2013 में अकलतारा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी चुन्नीलाल साहू को जीत हासिल हुई थी, और उन्होंने 69355 वोट हासिल किए थे. इस चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार दिनेश सिंह को 47662 वोट मिल सके थे, और वह 21693 वोटों के अंतर से दूसरे स्थान पर रहे थे.
इससे पहले, अकलतारा विधानसभा क्षेत्र में वर्ष 2008 में हुए विधानसभा चुनाव में बीएसपी पार्टी के प्रत्याशी सौरभ सिंह ने कुल 37393 वोट हासिल कर जीत दर्ज की थी, और कांग्रेस उम्मीदवार चुन्नीलाल साहू दूसरे स्थान पर रहे थे, जिन्हें 34505 मतदाताओं का समर्थन हासिल हो सका था, और वह 2888 वोटों के अंतर से विधानसभा चुनाव हार गए थे.
गौरतलब है कि पिछले विधानसभा चुनाव, यानी विधानसभा चुनाव 2018 में छत्तीसगढ़ में 68 सीटें जीतकर कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनी थी, और पार्टी ने भूपेश बघेल को मुख्यमंत्री बनाया था. इसके साथ ही भारतीय जनता पार्टी (BJP) के रमन सिंह का 15 साल तक चला कार्यकाल खत्म हो गया था. BJP इस चुनाव में महज़ 15 सीटें ही अपनी झोली में डाल पाई थी. 2018 में छत्तीसगढ़ में सत्ता में कैसे बदलाव हुआ था, इसे समझने के लिए 2013 के चुनाव परिणाम पर भी निगाह डालनी होगी. तब BJP को 49 सीटें मिलीं थीं और कांग्रेस को 41 सीटें, लेकिन दोनों के बीच वोट शेयर का अंतर महज़ 1 फीसदी से भी कम था. अब भूपेश सरकार के पास राज्य में पहली बार बनी कांग्रेस सरकार को रिपीट करने की चुनौती है, तो BJP एन्टी-इन्कम्बेन्सी के सहारे फिर सत्ता पाने की जुगत में लगी है.