
Kaun Banega Crorepati 17: शो कौन बनेगा करोड़पति (Kaun Banega Crorepati) के 17वें सीजन में शो ने वही कर दिखाया है जो बहुत कम पुराने और बड़े शोज कर पाते हैं, और वह है वक्त के साथ जुड़ाव बनाए रखना, तेज और देश की नब्ज से जुड़ा रहना. इसका नया डायलॉग, 'जहां अक्ल है, वहां अकड़ है', सिर्फ एक टैगलाइन नहीं, बल्कि आज के भारत की सोच का आईना है. एक ऐसा देश जो समझदार है, खुद को जानता है और बेझिझक अपनी बात कहता है. यह अब चुपचाप समझदारी दिखाने का जमाना नहीं है. यह आत्मविश्वासी अक्ल का दौर है, जहां लोग सिर्फ ज्ञान नहीं रखते, बल्कि उसे गर्व से दिखाते भी हैं. चाहे सोशल मीडिया हो या दफ्तर की मीटिंग, आज की पीढ़ी सही होने पर सवाल पूछने, चुनौती देने और खुलकर बोलने से नहीं हिचकती.
भारत की एक झलक
हर प्रॉमो असली भारत की एक झलक है. कभी बैंक का अपने ग्राहक को क्रिएटिव तरीके से जवाब देता है, कभी रेस्टोरेंट मैनेजर चालाकी से दबंग कस्टमर्स को संभालता है, तो कभी एक चायवाला अमीर आदमी से धमकी झेल रहे बैंक कर्मचारी के लिए खड़ा हो जाता है. इन सबके पीछे छुपा है एक मजबूत सच, जब आपके पास अक्ल हो, तो आपको अपनी रौशनी कम करने की जरूरत नहीं होती. उसे अकड़ के साथ चमकने दीजिए. ये सिर्फ प्रॉमो नहीं हैं बल्कि ये रोजमर्रा की जिदगी में छुपे हुए सशक्तिकरण के पल हैं और यही जुड़ाव इन्हें मास्टरस्ट्रोक बना देता है. हर कहानी दर्शकों को सोचने पर मजबूर करती है कि 2025 के भारत में असली कॉन्फिडेंस कैसा दिखता है कि अब वो ऊंची आवाज में हावी होना नहीं है.
समझदारी और ताकत
आजकल रियलिटी शो सिर्फ ड्रामा दिखाने में लगे हैं, लेकिन कौन बनेगा करोड़पति अब सच्चाई पर ध्यान देता है, बस इस बार एक नए अंदाज में, ये आज के जमाने में समझदारी और ताकत का नया मतलब बताता है और सिर्फ़ एक लाइन में हमें याद दिलाता है कि समझदार होना अब छुपाने की नहीं, बल्कि गर्व से दिखाने की बात है.
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