
गुरू घासीदास विश्वविद्यालय (केन्द्रीय विश्वविद्यालय) और एल.एन. गूमिलियोव यूरेशियन नेशनल यूनिवर्सिटी, कजाकिस्तान के बीच एमओयू हुआ. इस एमओयू में केन्द्रीय विश्वविद्यालय की ओर से माननीय कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल तथा एल.एन. गूमिलियोव यूरेशियन नेशनल यूनिवर्सिटी, कजाकिस्तान की ओर से भारत में कजाकिस्तान उच्चायोग के काउंसलर विभाग के प्रमुख अरमान इलियासोव हस्ताक्षर किये.
नई दिल्ली के आईटीपीओ सेंटर, प्रगति मैदान में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 की तीसरी वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित अखिल भारतीय शिक्षा समागम का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया. दोनों विश्वविद्यालयों के मध्य समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर के दौरान भारत सरकार के केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान , केन्द्रीय शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष सरकार, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष प्रो. एम. जगदीश कुमार सहित विभिन्न केन्द्रीय उच्च शिक्षा संस्थान के प्रमुख उपस्थित थे. भारत में कजाकिस्तान उच्चायोग के काउंसलर विभाग के प्रमुख अरमान इलियासोव सहित अन्य अतिथियों ने दोनों सस्थानों के मध्य हुए इस समझौता ज्ञापन पर हर्ष व्यक्त करते हुए सहयोग एवं समन्वय पर बल दिया.
एमओयू से दोनों संस्थानों को होगा फायदा
इस एमओयू के तहत अकदामिक, शोध, अनुसंधान एवं नवाचार के क्षेत्र में दोनों संस्थानों द्वारा किये जा रहे नवीनतम कार्यक्रमों एवं प्रयासों को साझा किया जाएगा. दोनों संस्थानों के शोधार्थी एवं शिक्षक उनके पास उपलब्ध सॉफेस्टिकेटेड एनालेटिकल इंस्ट्रूमेंट्स फेसेलिटी का उपयोग कर सकेंगे, जिससे गुणवत्तापूर्ण शोधकार्यों का संपादन सुनिश्चित किया जा सके.
इस समझौता ज्ञापन के अंतर्गत दोनों संस्थान के शोधार्थी एवं शिक्षक शोध एवं अन्य अकादमिक गतिविधियों हेतु एक-दूसरे के संस्थानों का शैक्षणिक भ्रमण कर सकेंगे. दोनों संस्थान साथ मिलकर विभिन्न विषयों पर संगोष्ठियां, अल्पकालिक कार्यक्रम, कार्यशालाएं एवं सिम्पोजियम का आयोजन करेंगे. दोनों संस्थान संयुक्त रूप से उपाधि एवं प्रशिक्षण कार्यक्रमों की विषयवस्तु पर विचार करेंगे. दोनों संस्थान एक-दूसरे के प्रशासनिक अधिकारियों को प्रशासन एवं अकादमिक प्रशिक्षण प्रदान करेंगे. यह समझौता ज्ञापन दोनों देशों के मध्य सासंस्कृतिक गतिविधियों को मजबूत करने के दृष्टिकोण से कार्य करेंगे.