Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के बलरामपुर रामानुजगंज जिले में हिंडालको माइन्स कंपनी पर बेरोजगार युवाओं के साथ छलावा किया जा रहा है,ऐसे आरोप लग रहे हैं. पीड़ितों ने बताया कि कंपनी ने रोजगार देने का एग्रीमेंट कर युवाओं को कम पर रखा, फिर कुछ दिन बाद निकाल दिया. विरोध करने पर कहा फिर से कम पर रखेंगे पर अब कुछ भी कहने से बच रहा है. कंपनी की इस मनमानी रवैया से बेरोजगार युवा काफी नाराज हैं. रोजगार की मांग को लेकर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है और जल्द से जल्द कार्रवाई करने की मांग की है.
शुरूआती दौर में भी लोगों ने किया था विरोध
दरअसल, जिले के कुसमी ब्लाक के सामरी पाठ क्षेत्र में हिंडालको माइंस कंपनी संचालित है. कंपनी लोगों की जमीन लीज पर लेकर बॉक्साइट का खनन कर रही है. बता दें, कि जब कंपनी शुरू हुई थी, तो स्थानीय लोगों ने कंपनी का विरोध किया था. लेकिन तब कंपनी ने लोगों से समझौता करते हुए कहा था कि माइंस के काम में कम से कम मशीनरी उपकरणों का इस्तेमाल किया जाएगा.
वादे से मुकर गई कंपनी!
लोगों ने बताया कि कंपनी कहा था कि ज्यादा से ज्यादा स्थानीय लोगों को रोजगार दिया जाएगा. लेकिन कंपनी अपनी कही हुई बातों से मुकर गई.बता दें सामरी पाठ क्षेत्र के सैकड़ों बेरोजगार युवा आरोप लगाते हुए कहा कि रोजगार को लेकर दर्जनों बार ज्ञापन सौंप चुके हैं, पर कोई पहल नहीं हो रही है. इस बार भी कुसमी एसडीएम कार्यालय पहुंचकर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है.
बेरोजगारों ने कंपनी के GM पर लगाया आरोप
बेरोजगार युवाओं का आरोप है कि कंपनी के GM ने हिंडालको माइंस कंपनी में संविदा कंपनी जीएनसी और बीकेबी के द्वारा 19 -19 बेरोजगार युवाओं को काम देने के लिए अपने लेटर पैड में लिखा था. सभी युवाओं से 15-15 दिन पत्थर तोड़ने का काम भी करवाया गया. इसके बाद उन्हें काम से निकाल दिया, फिर युवाओं ने कंपनी का विरोध किया.
आंदोलन का अल्टीमेटम
वहीं, बेरोजगार युवा कुसमी एसडीएम को ज्ञापन सौंपते हुए पांच दिनों के अंदर उनकी मांगों पर पहल करने की बात कही है. अगर उनकी मांगों को फिर से अनदेखा किया गया, तो बेरोजगारों ने अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि आंदोलन करेंगे. साथ ही कंपनी कार्यालय का घेराव करते हुए धरना प्रदर्शन करने की बात भी कही.
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NDTV का कंपनी के जीएम से नहीं हो पाया संपर्क
युवाओं ने कंपनी के ऊपर जो आरोप लगाए हैं, इस मामले को लेकर NDTV ने हिंडालको माइंस कंपनी के जीएम से बात करने की कोशिश की. कई बार फोन कॉल्स किया गया पर संपर्क नहीं हो पाया. खबर लिखे जाने तक इस मामले में कंपनी की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
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