![भिलाई स्टील प्लांट में प्रदर्शन ! श्रमिकों ने दी आंदोलन की धमकी... जानिए मांगे भिलाई स्टील प्लांट में प्रदर्शन ! श्रमिकों ने दी आंदोलन की धमकी... जानिए मांगे](https://c.ndtvimg.com/2024-06/npu8tn0g_bhilai-steel-plant_625x300_12_June_24.jpeg?im=FitAndFill,algorithm=dnn,width=773,height=435)
Bhilai Steel Plant News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के भिलाई इस्पात संयंत्र (Bhilai Steel Plant) के ठेका श्रमिक फिर एक बार अपनी मांग को लेकर सड़क पर उतर चुके हैं, सेल एनजेसीएस बैठक में समझौता होने के बाद भी ठेका मजदूरों (Contract Workers) को एडब्ल्यूएस का 1400 रुपये नहीं मिल रहा है, जिसको लेकर भिलाई स्टील प्लांट के मजदूर बुधवार सुबह सड़क पर उतर गए. मुर्गा चौक को जाम कर दिया. संयुक्त यूनियन के बैनर तले नारेबाजी की गई.भिलाई के सेक्टर 1 के मुर्गा चौक पर संयुक्त यूनियन के बैनर तले बुधवार सैकड़ों ठेका श्रमिक अपनी मांग को लेकर प्रदर्शन किया है.भिलाई इस्पात संयंत्र में काम कर रहे ठेका श्रमिक अपनी समस्यों को लेकर अब आक्रामक हो रहे हैं.
प्रोडक्शन में भारी नुकसान हो सकता है
वहीं, भिलाई मजदूर संघ के महामंत्री ने कहा कि प्रबंधन के खिलाफ श्रमिकों में भारी आक्रोश है, बायोमेट्रिक अटेंडेंस सिस्टम को लागू करने को लेकर भिलाई इस्पात संयंत्र के कर्मचारी लगातार इसका विरोध कर रहे हैं. वहीं, ठेका श्रमिकों को आज तक 14 सौ रुपये बीएसपी प्रबंधन नहीं दे रहा. हम प्रबंधन से मांग करते हैं कि ठेका श्रमिक आने वाले दिनों में उग्र हो जाएंगे, यदि समय रहते भुगतान नहीं किया गया तो प्लांट के प्रोडक्शन में भारी नुकसान हो सकता है.
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ठेका कंपनी नहीं दे रही राशि..
8 फरवरी को सेल प्रबंधन द्वारा ठेका श्रमिकों के एडब्ल्यूएस की राशि में 1400 रुपये की बढ़ोतरी की गई है.लेकिन सेल के अन्य संयंत्रों में ठेका श्रमिकों को मार्च 2024 से राशि वितरित किया जा चुका है.लेकिन भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन के आदेश निकलने के बाद भी ठेका कंपनियों ने अभी तक अधिकांश जगह में एडब्ल्यूएस की राशि नहीं दी है.
इससे ठेका श्रमिकों में काफी आक्रोश है. भिलाई इस्पात संयंत्र में 22000 ठेका श्रमिक कार्यरत हैं. लेकिन भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन द्वारा उन्हें सिर्फ एक गेट से आने-जाने की सुविधा दी गई है. उन्हें ईएसआईसी हॉस्पिटल एवं आईआर ऑफिस जाने के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.सीआईएसफ द्वारा उन्हें अन्य गेटों से आने-जाने नहीं दिया जाता है.लगातार मांग की जा रही है कि सभी गेट से उन्हें आने-जाने की अनुमति दी जाए.
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