CG News In Hindi: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में एक रेल कर्मी की महिला ने छेड़खानी और मानसिक प्रताड़ना से परेशान होकर मौत को गले लगा लिया. महिला ने आत्महत्या करने से पहले फेसबुक पर एक तीन मिनट का वीडियो शेयर किया, जिसमें उन्होंने बिलासपुर शहर के कई रसूखदार व्यक्तियों पर प्रताड़ना और छेड़खानी का आरोप लगाया. वीडियो में मृतिका प्रियंका ने जिन व्यक्तियों के नाम लिए, उनमें डॉक्टर अजित मिश्रा, पप्पू यादव, विवेक अग्रवाल, साईं दरबार के पंडित और उनके बेटे सहित कुछ और नाम शामिल हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि इन लोगों द्वारा पिछले तीन साल से उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था.मृतिका ने अपने वीडियो में अपनी मौत का जिम्मेदार इन्हीं व्यक्तियों को ठहराया.
सख्त कदम उठाने की जरूरत
शहर के सिविल लाइन थाना अंतर्गत रहने वाले मृतिका प्रियंका सिंह के पति अजय सिंह रेलवे में टीटीई के पद पर कार्यरत हैं. घटना के वक्त उनकी छोटी बेटी घर में ही मौजूद थी, प्रियंका के पति अजय सिंह जब घर पहुंचे, तो उन्हें इस घटना की जानकारी मिली. बेटी के सामने इस तरह की घटना ने पूरे परिवार को झकझोर कर रख दिया. इस घटना ने समाज को भी यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि छेड़खानी और प्रताड़ना जैसी घटनाओं के खिलाफ अब और सख्त कदम उठाने की जरूरत है.
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पुलिस मामले की गंभीरता से कर रही जांच
यह वीडियो इस घटना की गहराई को समझने में महत्वपूर्ण है, और इन आरोपों की सत्यता की जांच की जा रही है. इस पूरे मामले में सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि प्रियंका सिंह ने इस प्रताड़ना और छेड़खानी के बारे में पुलिस में शिकायत की थी या नहीं. यदि शिकायत की गई थी, तो पुलिस द्वारा समय रहते कोई उचित कार्रवाई क्यों नहीं की गई? प्रियंका के वीडियो के बाद अब पुलिस पर भी सवाल उठने लगे हैं कि आखिर क्यों इन गंभीर आरोपों पर पहले ध्यान नहीं दिया गया. सिविल लाइन पुलिस अब इस मामले की गहराई से जांच कर रही है.पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है.
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