CG News in Hindi News : छत्तीसगढ़ के बिलासपुर से एक चौंकाने वाला मामला आया है. सिविल लाइन थाने में कार्यरत महिला एएसआई संतरा चौहान पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं. एक पीड़ित व्यक्ति ने आरोप लगाया है कि एएसआई ने उसके खिलाफ दर्ज मामले में चालान पेश करने के एवज में 5000 रुपये की रिश्वत मांगी थी. इस आरोप का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसने पूरे जिले में सनसनी मचा दी है और पुलिस विभाग की छवि पर प्रश्नचिह्न खड़े कर दिए हैं.
पीड़ित ने ऐसे जुटाया सबूत
पीड़ित ने बताया कि एएसआई संतरा चौहान द्वारा रिश्वत मांगने की घटना के खिलाफ एक माह पूर्व ही एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) में शिकायत दर्ज कराई थी. ब्यूरो के अधिकारियों ने इस मामले में पीड़ित से पुख्ता सबूत पेश करने की बात कही थी. इसके बाद पीड़ित ने एएसआई का रिश्वत मांगते हुए एक वीडियो रिकॉर्ड किया और एसीबी के सामने प्रस्तुत किया. इस वीडियो में स्पष्ट रूप से एएसआई द्वारा रिश्वत मांगने की बात सामने आई है.
एसीबी द्वारा कार्रवाई में देरी
हालांकि, वीडियो सबूत प्रस्तुत किए जाने के बावजूद एंटी करप्शन ब्यूरो ने तत्काल कोई ठोस कार्रवाई नहीं की, जिससे पीड़ित निराश और हताश हो गया. निराश होकर, पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह को लिखित शिकायत सौंपी और एएसआई संतरा चौहान के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की. शिकायत में पीड़ित ने कहा कि भ्रष्टाचार की यह घटना न्यायिक प्रक्रिया में बाधा उत्पन्न कर रही है और उनके अधिकारों का उल्लंघन हो रहा है.
पुलिस अधीक्षक ने दिए जांच के आदेश
पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने पीड़ित को आश्वासन दिया कि दोषी पाए जाने पर आरोपी एएसआई के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी. साथ ही उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पुलिस प्रशासन की छवि को बनाए रखने के लिए ऐसे भ्रष्टाचार मामलों में सख्त कदम उठाए जाएंगे. रजनेश सिंह का यह बयान क्षेत्र की जनता में उम्मीद जगा रहा है कि ऐसे भ्रष्टाचार के मामले में न्याय मिलेगा.
इनकी शाख पर उठे सवाल?
इस घटना ने पुलिस विभाग के प्रति आम जनता के विश्वास और प्रशासन की पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. जनता पुलिस से यह अपेक्षा करती है कि वह कानून का पालन सुनिश्चित करे और निष्पक्षता बनाए रखे.इस तरह की घटनाएं पुलिस विभाग की छवि को धूमिल करती हैं और भ्रष्टाचार-निवारण की प्रतिबद्धता पर संदेह पैदा करती हैं.
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निष्पक्ष जांच और त्वरित कार्रवाई की मांग
इस घटना के बाद आम जनता में भी एएसआई संतरा चौहान के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग तेज हो गई है. लोग इस मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो और पुलिस प्रशासन से निष्पक्ष और त्वरित जांच की उम्मीद कर रहे हैं. अगर समय रहते इस मामले में सख्त कदम नहीं उठाए गए, तो यह मामला पुलिस विभाग की छवि को और अधिक नुकसान पहुंचा सकता है.
बहरहाल इस घटना ने यह साफ कर दिया है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाने की जरूरत है. पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह के आदेश के बाद अब सबकी नजरें इस पर हैं, कि इस मामले में कितनी जल्दी और कितनी निष्पक्षता से कार्रवाई की जाती है.
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