Chhattisgarh News : छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में देवभोग में सरकारी नौकरी के लिए चीटिंग करना भारी पड़ गया. दरअसल आरोपियों का देवभोग में सरकारी नौकरी पाने का ‘जुगाड़ टेक्नोलॉजी' फेल हो गई, जब फर्जी अंक सूची के सहारे नौकरी हथियाने वाली तीन अभ्यर्थियों की साजिश उजागर हो गई. इनमें से एक अभ्यर्थी को तो अपने दूधमुंहे बच्चे के साथ जेल जाना पड़ा.
कोदोभाठा में में ऐसे बढ़ाए गए नंबर
कोदोभाठा में सहायिका भर्ती के लिए असली परीक्षा में 67% अंक लाने वालों के रिजल्ट को 81% में बदल दिया गया. मगर जब सत्यापन हुआ तो यह खेल पकड़ा गया, और पुलिस ने नीला बाई यादव और सुभद्रा यादव को गिरफ्तार कर लिया.
कुम्हड़ई में भी अंक घोटाला
कुम्हड़ई कला में भी फर्जीवाड़ा टेक्निक अपनाई गई थी. एमए पास गायत्री डोंगरे ने नौकरी के लिए जाली अंक सूची का सहारा लिया, लेकिन सत्यापन में सच्चाई सामने आ गई. अब तीनों आरोपी जेल की हवा खा रही हैं.
ये भी पढ़ें- CG PSC Scam : सीजी पीएससी घोटाले में तीन और आरोपियों की गिरफ्तारी, CBI ने कोर्ट में किया पेश
बड़े खिलाड़ियों की तलाश जारी
गिरशूल, निष्टीगुड़ा और दीवानमूड़ा में भी ऐसा ही घोटाला सामने आया है. सवाल ये है कि क्या सिर्फ अभ्यर्थी दोषी हैं, या फिर भर्ती समिति के ‘गुरुजी' भी इस खेल में शामिल हैं? कलेक्टर ने अब हाई पावर कमेटी बनाकर पूरी भर्ती प्रक्रिया की जांच शुरू कर दी है.
ये भी पढ़ें- छत्तीसगढ़ में बिजली,सीमेंट और CSR के लिए बड़ा निवेश करेगा अदानी ग्रुप, चेयरमैन ने CM से की मुलाक़ात