![Surguja: नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट की छात्राओं से BRP ने की छेड़छाड़, शिकायत हुई तो अफसरों ने लिया ये एक्शन Surguja: नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट की छात्राओं से BRP ने की छेड़छाड़, शिकायत हुई तो अफसरों ने लिया ये एक्शन](https://c.ndtvimg.com/2023-10/5b7ocu9o_rape_625x300_02_October_23.jpg?im=Resize=(1230,900))
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के अम्बिकापुर में NEET कोचिंग इंस्टीट्यूट में छात्राओं से छेड़छाड़ की घटना हुई है. यहां 4 छात्राओं ने BRP पर छेड़छाड़ और अश्लील मैसेज भेजने के आरोप लगाए हैं. इसकी शिकायत जब अफसरों से हुई तो उसे तत्काल सस्पेंड कैरट हुए इंस्टीट्यूट से हटा दिया गया है. हालांकि इस मामले की अभी ठाणे में शिकायत नहीं हुई है.
छेड़छाड़ की और अश्लील मैसेज भी भेजे
दरअसल आदिवासी व ग्रामीण क्षेत्रों के छात्र-छात्राओं को नीट परीक्षा की नि:शुल्क आवासीय कोचिंग सरगुजा कलेक्टर के प्रयास से दिया जा रहा है. जिसमें जिले के सभी ब्लॉक के कक्षा 11वीं और 12वीं के छात्र-छात्राओं को अम्बिकापुर में नि: शुल्क आवास, भोजन सुविधा के साथ NEET परीक्षा के आवश्यक स्टडी मैटेरियल भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं.ताकि विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य बनाना जा सके. लेकिन यहां बीआरपी (Block Resource Person)की नियत बिगड़ गई. उसने छात्राओं से छेड़छाड़ की और अश्लील मैसेज भी भेजे. परेशान छात्राओं ने जब इसकी शिकायत की तो अफसरों ने बिना देर किए बीआरपी को सस्पेंड कर दिया.
164 छात्र-छात्राओं के लिए निःशुल्क कोचिंग की सुविधा
स्कूल शिक्षा विभाग सरगुजा की ओर से 164 छात्र-छात्राओं के लिए बीते 28 मार्च से नीट परीक्षा की तैयारी का लिए निःशुल्क आवासीय कोचिंग की बेहतर सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है. 38 दिनों तक चलने वाले कोचिंग के दौरान इनके रहने, खाने और आवागमन की सुविधा प्रशासन के द्वारा सुनिश्चित की गई है. बच्चों को बेहतर कोचिंग का लाभ मिले, इसके लिए विषय विशेषज्ञ शिक्षकों को जिम्मेदारी दी गई है. स्वयं कलेक्टर इन बच्चों का उत्साहवर्धन करने के लिए इनकी कोचिंग क्लास के बीच पहुंचते हैं.
रिपोर्ट दर्ज करा सकते हैं परिजन
इधर जिला शिक्षा अधिकारी अशोक कुमार सिंहा ने NDTV को बताया कि जिन चार छात्राओं के द्वारा की गई छेड़छाड़ और मोबाइल में मैसेज भेजने की शिकायत मिली है. उसका कार्य बस से छात्राओं के आने-जाने की मॉनीटरिंग करना था. BRP को कार्यमुक्त करके मैनपाट रवाना कर दिया है. उन्होंने कहा है कि छात्राएं व उनके अभिभावक चाहें तो मामले की रिपोर्ट थाने में दर्ज करा सकते हैं. जिला शिक्षा अधिकारी ने बीआरपी से संतोषप्रद जवाब नहीं मिलने पर नियमानुसार कार्रवाई करने की बात कही हैं.