Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के सूरजपुर (Surajpur) में एसडीएम (SDM) पर पत्रकारों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट करने का आरोप लगा है. जिसके बाद कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया और एसडीएम के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कोतवाली थाना के सामने नेशनल हाईवे 43 पर लगभग 3 घंटे तक हंगामा किया. आखिरकार पुलिस अधिकारियों के समझाने के बाद कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने अपना आंदोलन खत्म कर दिया.
घेराव के लिए दिया ज्ञापन
दरअसल गुरुवार को एनएसयूआई और अल्पसंख्यक कांग्रेस ने सूरजपुर जिले के भैयाथान इलाके के कुछ गांव में पीडब्ल्यूडी विभाग के घटिया निर्माण को लेकर कलेक्टर परिसर के घेराव के लिए चार दिन पहले ज्ञापन दिया था. जहां आंदोलन का समय दिन के दो बजे दिन का था. जिसको लेकर जिले की पुलिस भी अलर्ट मोड में थी. इसी का जायजा लेने सूरजपुर SDM जगन्नाथ वर्मा थाने पहुंचें. आंदोलन के पहले ही एसडीएम कुछ कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को थाने में बुलाकर आंदोलन रद्द करने के लिए बोल रहे थे. इसी दौरान कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने चार दिन पहले सूचना देने की बात कही.जिसका हवाला देते हुए कांग्रेसी कार्यकर्ता आंदोलन की बात पर अड़े हुऐ थे. इसके बाद एसडीएम और कांग्रेसियों के बीच बहस शुरू हो गई. जिस पर एकाएक एसडीएम ने कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट शुूरू कर दी और लात- घूसों, डंडे से उनकी पिटाई करने लगे. इसका वीडियो भी सीसीटीवी में रिकॉर्ड हो गया.
पत्रकार पर निकाला गुस्सा, तोड़ा मोबाइल,,,
इसी दौरान पास खड़े एक प्रिंट मीडिया के पत्रकार ने मारपीट की घटना को अपने मोबाइल फोन में कैद कर लिया. जिसे देख कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को छोड़ SDM जगन्नाथ वर्मा पत्रकार को भी पीटने लगे और पत्रकार का मोबइल फोन छीन लिया. इतना ही नहीं घटना का वीडियो मोबइल फोन पर रिकॉर्ड हो चुका था, जिसे SDM ने बुरी तरह से तोड़ दिया. यह सभी घटना थाने के सीसी टीवी कैमरे में कैद हो गई है. जिससे नाराज कांग्रेसियों ने लगभग 3 घंटे तक थाने के सामने नेशनल हाईवे 43 पर आंदोलन किया. एसपी सूरजपुर ने एसडीएम के ऊपर कार्रवाई का आश्वासन दिया तब आंदोलन खत्म किया गया.
क्या एसडीएम के ऊपर होगी उचित कार्रवाई
बीते चैत्र नवरात्र के दिन हिन्दू संगठनों के द्वारा शोभा यात्रा निकाली गई थी. जिसमे डीजे बजाने को लेकर SDM जगन्नाथ वर्मा ने हिन्दू संगठनों के पदाधिकारियों के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया था. जिसको लेकर हिन्दू संगठन के लोगों ने सड़क जाम कर घंटो प्रदर्शन किया था लेकिन उस पुरे मामले में प्रशासन ने हिन्दू संगठन को गलत साबित करते हुए संगठन के लोगों पर ही एफआईआर दर्ज करवाई थी. इस मामले में देखने वाली बात होगी की सीसीटीवी फुटेज आने के बाद क्या एसडीएम पर कोई कार्वारई होगी या फिर प्रशासनिक अधिकारी अपने अधीनस्थ अधिकारी को बचाने की कोशिश करेंगे.
एसडीएम का पक्ष सामने नहीं आ पाया
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक MR अहीरे कोतवाली थाना पहुंचें, और मारपीट से आहत लोगों का MLC कराने के लिए उन्हें हॉस्पिटल भेजा. हालांकि अभी एसडीएम के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं हुई है. वहीं SDM से बात करने की कोशिश की गई लेकिन उनका पक्ष अभी तक सामने नहीं आ पाया है.
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