
Naxalites surrender in Sukma: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के सुकमा (Sukma) में नक्सलियों के खिलाफ चल रहे अभियान में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. तीन हार्डकोर नक्सलियों ने शुक्रवार, 3 फरवरी को पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया. सरेंडर करने वाले नक्सिलयों पर हत्या लूट और सहित कई संगीन मामले थानों में दर्ज थे. वहीं इन नक्सलियों में मड़कम सुक्का (30) शामिल है.
माओवादी विचारधारा से परेशान होकर नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण
सुक्का लंबे समय से नक्सली संगठन के पिडमेल रिवोल्यूशनरी पीपल्स काउंसिल का मिलिशिया डिप्टी कमांडर था. सरेंडर करने वाले दूसरे नक्सली वंजाम सोमा (33) और कवासी भीमा (35) भी प्रतिबंधित माओवादियों के संगठन से जुड़ा था. सोमा और भीमा दोनों चार सालों से पोलमपल्ली इलाके में नक्सली वारदातों को अंजाम दे रहे थे.
पुलिस अधिकारी ने कहा, 'सोमा और भीमा प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के सदस्य हैं. ये तीनों 2019 से 2020 के बीच जिले के पोलमपाली इलाके में हुई नक्सली हिंसा की घटनाओं में शामिल थे.' उन्होंने कहा, 'तीनों नक्सलियों का कहना है कि वो खोखली और अमानवीय माओवादी विचारधारा से निराश होकर आत्मसमर्पण कर रहे हैं. राज्य सरकार की आत्मसमर्पण व पुनर्वास नीति के तहत उन्हें राहत दी जाएगी.'
30 जनवरी को नक्सलियों हमले में 3 जवान शहीद, 14 हुए थे घायल
बता दें कि 30 जनवरी, 2024 को छत्तीसगढ़ के टेकलगुडेम (Tekalgudem) में नक्सलियों ने घात लगातार जवानों पर हमला बोल दिया था. नक्सलियों के हमले में तीन जवान शहीद हो गए थे, जबकी 14 जवान घायल हो गए थे. वहीं नक्सली हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देने पहुंचे सीएम विष्णु देव साय (Vishnu Deo Sai) ने कहा था कि लाल आतंक के खात्मे तक नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी.
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