Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले (District Singrauli) के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र देवसर में पदस्थ BCM राजेश शाह पर तानाशाह और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं. इसे लेकर आशा कार्यकर्ताओं और सहयोगियों ने पर्यवेक्षक के साथ मोर्चा खोल दिया है. BCM के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने पर आमरण अनशन करने की चेतावनी भी दी गई है.
ये आरोप लगे
विकासखंड देवसर में पदस्थ कर्मचारियों का आरोप है कि BCM (Business Continuity Management) राजेश शाह लगातार पैसे के लिए परेशान करते हैं . उन्हें मिलने वाले मामूली वेतन से बिना वजह कटौती कर लेते हैं.
कर्मचारियों ने बताया कि इतना ही नहीं डॉक्टर और पर्यवेक्षक इनकी हाजिरी पूरी भरकर भेजते हैं. बीसीएम ( ब्लॉक कमेटी मोबिलीज़ेर) पैसे की जिद पर इनका वेतन काट लेते हैं. यहां तक कि 50 हजार रुपये लेकर लिस्ट जारी करते हैं और अब ये इन कारणों से तंग हो गई हैं.
कार्रवाई नहीं तो करेंगे अनशन
इधर इन कर्मचारियों की इस मांग का समर्थन करते हुए पर्यवेक्षक भी इनके समर्थन में उतर आए हैं. कर्मचारियों ने यह भी बताया कि बीसीएम राजेश शाह जो कांग्रेसी नेता रामशिरोमणि शाह के भतीजे हैं. पूरी उपस्थिति भेजने के बाद भी अपनी रसूख के कारण मानदेय काटते हैं. विभाग में कई गाड़ियां किराए पर लगाकर रखी हुई हैं.
ये भी पढ़ें विष्णु कैबिनेट में नए चेहरे की होगी एंट्री ! अचानक दिल्ली पहुंचे CM, नेताओं के साथ मीटिंग के बाद फैसला जल्द
इन कर्मचारियों का ये भी आरोप है कि राजेश शाह सीबीएमओ को गुमराह कर विभाग के कई मदों में भारी भ्रष्टाचार करते हैं. अब इनके खिलाफ उच्च अधिकारियों के पास शिकायत की जा रही है यदि समय रहते उचित कार्रवाई नहीं हुई, तो सभी कार्यकर्ता आमरण अनशन करने के लिए बाध्य होंगी. इस मामले में NDTV ने बीसीएम राजेश शाह का भी पक्ष जानने के लिए उन्हें कॉल किया. लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया.