![Chhattisgarh News : धमतरी में खुलेआम फेंका जा रहा Medical Waste, जिम्मेदार कौन? Chhattisgarh News : धमतरी में खुलेआम फेंका जा रहा Medical Waste, जिम्मेदार कौन?](https://c.ndtvimg.com/2024-03/hp2udrig_environmental-pollution_625x300_28_March_24.jpeg?im=FaceCrop,algorithm=dnn,width=773,height=435)
Medical Waste Dumping : धमतरी जिले के ग्राम खरेंगा, कलारतराई व अमेठी के आस- पास बुरा हाल है. यहां अस्पताल से निकलने वाले मेडिकल वेस्ट को खुलेआम सड़क पर फेंका जा रहा है. फेंके गए मेडिकल वेस्ट में डिस्पोजेबल सिरिंच खून से सनी पट्टियों से लेकर एक्सपायर हो चुकी दवाइयां शामिल है. साथ ही PPT किट को भी खुलेआम डिस्पोज किया जा रहा है जिससे हवा दूषित हो रही है और संक्रमण फैलने का खतरा भी फ़ैल रहा है. आस पास के लोगों ने सड़क पर कचरे का अंबार देखकर इसकी जानकारी खाद्य एवं औषधि प्रशासन अधिकारी संजय राजपूत को दी. खबर मिलने पर अधिकारी संजय राजपूत तत्काल मौके में पहुचें जिसके बाद उस जगह से सारी दवाइयां हटाया गया. वहीं, खाद्य एवं औषधि अधिकारी ने यह कहा है कि उन्हें इस बात की जानकारी मिली तो वह अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और तुरंत उस जगह से दवाइयां को हटाया गया है. साथ ही उन्होंने जांच के बाद कार्रवाई की बात भी कहीं.
लापरवाही से फेंका जा रहा बायो वेस्ट
इन सब के बीच एक बड़ा सवाल ये है कि इतनी सारी एक्सपायरी डेट दवाइयां खुलेआम गांव के पास पड़ी है लेकिन किसी को भी इस बात की जानकारी नहीं है कि यह दवाइयां किसने फेंकी. वहीं, संबंधित अधिकारी ने कहां की बायोमेडिकल वेस्ट को फेंकना एक बड़ा जुर्म है...ग्रीन ट्रिब्यूनल नल के मुताबिक इसके लिए बाकायदा एक गाड़ी पहुंचती हैं जहां पर बायोमेडिकल वेस्ट को दिया जाता है. इसमें अंदेशा जताया जा रहा है कि किसी मेडिकल स्टोर के संचालक ने इसे खुले में फेंका होगा क्योंकि ये सभी दवाइयां एक्सपायरी थी.
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अधिकारी ने कही जांच की बात
इस कचरे में बड़ी तादाद में कफ सिरप पड़े हुए हैं... ऐसे में अगर बच्चे गलती से इस पी जाते.... या जानवर निगल जाते तो बड़ी घटना घट सकती थी. जानकारी के लिए बता दें कि इससे न केवल बीमारियां फैलती है बल्कि पानी, धरती, हवा समेत तमाम तरह के प्रदूषण होते हैं. इससे आस-पास के लोगों को भी बदबूदार हवा की वजह से सांस लेने में दिक्क्त हो रही हैं. जानवर डंप किए गए कचरे में अपने भोजन की तलाश में जुट जाते हैं और कचरा तथा पालीथिन खाकर अपना पेट भरते हैं, जिसकी वजह से पशुओं में बीमारी होने का भय बना रहता है. बहरहाल, अधिकारी ने भी कहा है की अस्पताल हो या फिर किसी मेडिकल स्टोर संचालक जिन्होंने भी दवाइयां फेंकी है. उस पर जल्द जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी.