
Bulldozer Action in Raipur: रायपुर नगर निगम ने सूदखोर तोमर बंधुओं के खिलाफ शनिवार को रायपुर नगर निगम ने बड़ी कार्रवाई की. इसी कड़ी में भाटागांव स्थित कार्यालय को जमींदोज किया गया. निगम का अमला रविवार की सुबह बुलडोजर लेकर पहुंचा और तोमर बन्दुओं के हवेलीनुमा बंगले के बगल में अवैध कार्यालय को तोड़ दिया.
वीरेंद्र तोमर और रोहित तोमर पर 31 मई को प्रॉपर्टी डीलर दशमीत चावला की हत्या के प्रयास का मामला तेलीबांधा थाने में दर्ज होने के बाद दोनों भाई फरार हो गए थे. उसके बाद से तोमर बंधुओं की अवैध उगाही के शिकार कई लोग पुलिस में शिकायत करा चुके है, जिसके बाद प्रशासन सक्रिय हो गया है.
तोमर बंधुओं पर किसने क्या कहा
दर्जनों अपराध के आरोपी तोमर भाइयों के ठिकानों पर बुलडोजर की कार्रवाई पर उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने सोशल साइट एक्स पर लिखा "बुलडोजर तो चलेगा.." "विष्णु के सुशासन में अपराधियों पर कानून का बुलडोजर चलेगा". हम विपक्ष में थे, तब भी स्पष्ट थे. आज जनसेवा के लिए शासन में हैं, तब भी स्पष्ट है. तब माइक से अपराधियों और आतताइयों को बोलते थे, आज हमारे नगर निगम का बुलडोजर बोलता है. उन्होंने आगे लिखा कि विष्णु के सुशासन में एक बात स्पष्ट है. कानून के ऊपर कोई नहीं है, चाहे जितना बड़ा तुर्रम खां हो. उन्होंने आगे लिखा कि तोमर बंधु हों या जिहादी बंधु हों. आतंक का फन फैलाओगे, तो फन कुचलने का हुनर भी "सुशासन सरकार" को मालूम है.
बुलडोजर तो चलेगा....!
हम विपक्ष में थे तब भी स्पष्ट थे, आज जनसेवा के लिए शासन में हैं तब भी स्पष्ट हैं...!
तब माइक से अपराधियों और आताताईयों को बोलते थे,
आज हमारे नगर निगम का बुलडोजर बोलता है..!
विष्णु के सुशासन में एक बात स्पष्ट है,
कानून के ऊपर कोई नहीं है, चाहे जितना बड़ा… pic.twitter.com/QSE9K8EHZD— Arun Sao (@ArunSao3) July 27, 2025
विजय शर्मा ने लिखा
विष्णुदेव-सरकार में सुशासन है, तो चक्र सुदर्शन भी है. किसी मंत्री-मुख्यमंत्री के साथ फोटो खिंचवाने से कोई क़ानून से बड़ा नहीं हो जाता. अपराधी तोमर ने अनेक लोगों को पीड़ा पहुंचाई है.
विष्णुदेव-सरकार में
“सुशासन है तो चक्र सुदर्शन भी है”
किसी मंत्री-मुख्यमंत्री जी के साथ फोटो खिचवाने से कोई क़ानून से बड़ा नहीं हो जाता।
अपराधी तोमर ने अनेक लोगों को पीड़ा पहुंचाई है। #जय_बुलडोजर pic.twitter.com/oR9NfRDwZJ— Vijay sharma (@vijaysharmacg) July 27, 2025
कौन है तोमर बंधु, क्या है आरोप?
वीरेंद्र सिंह तोमर और रोहित सिंह तोमर मूल रूप से उत्तर प्रदेश से करीब 20 साल पहले रायपुर आकर अंडे का ठेला लगाना शुरू किया. उसके बाद अपराध की दुनिया में घुस गए और सूदखोरी, ब्लैकमेलिंग, जबरन वसूली, मारपीट, धमकी, हत्या, अपहरण, गोलीबारी और अवैध हथियारों के कारोबार से करोड़ों की संपत्ति खड़ी कर ली.
12 से अधिक दर्ज है मामले
तोमर बंधुओं के खिलाफ रायपुर के पुरानी बस्ती, तेलीबांधा, कोतवाली, गुढ़ियारी, राजेंद्र नगर में 12 से अधिक मामले दर्ज हैं. तोमर बंदु भारी ब्याज दरों पर कर्ज देकर लोगों को डराने-धमकाने, अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने और संपत्ति हड़पने जैसे हथकंडे अपनाते थे. पुलिस के सामने आए एक मामले में 5 लाख रुपये के कर्ज के बदले उन्होंने 30 लाख रुपये वसूले और जमीन भी हथिया ली.
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पुलिस ने उनके ठिकानों पर छापेमारी कर 37 लाख रुपये नकद, सोने-चांदी के जेवर, अवैध हथियार (पिस्टल, रिवॉल्वर, तलवार), लग्जरी गाड़ियां (बीएमडब्ल्यू, थार, जगुआर) और संपत्ति के दस्तावेज जब्त किए थे. वीरेंद्र और रोहित जून 2025 से फरार हैं. पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी के लिए 5,000 रुपये का इनाम घोषित कर रखा है.
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