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PM Aawas Yojana: 8 साल बाद भी लाभार्थियों को नहीं मिला मकान, 9 करोड़ डकारने वाले भ्रष्टों पर अब ऐसे कसेगा शिकंजा

Chhattisgarh: सरगुजा में पीएम आवास योजना से जुड़ा बड़ा घोटाला उजागर हुआ. जिसके बाद वित्त मंत्री और सरगुजा के प्रभारी मंत्री ओपी चौधरी ने दोषियों के खिलाफ अपराध दर्ज करने के निर्देश दिए.

PM Aawas Yojana: 8 साल बाद भी लाभार्थियों को नहीं मिला मकान, 9 करोड़ डकारने वाले भ्रष्टों पर अब ऐसे कसेगा शिकंजा
छत्तीसगढ़ में प्रधानमंत्री आवास योजना को लेकर भ्रष्टाचार

PM Aawas Yojana Corruption in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के सरगुजा (Surguja) जिले के मैनपाट में प्रधानमंत्री आवास योजना (Pradhanmantri Aawas Yojana) से जुड़ा एक बड़ा घोटाला सामने आया. योजना के कुल 900 लाभार्थियों से करीब 9 करोड़ रुपये की ठगी की गई. एसडीएम सीतापुर (SDM Sitapur) की अगुवाई में की गई जांच में इस सरकारी कल्याणकारी कार्यक्रम के क्रियान्वयन में भ्रष्टाचार के चौंकाने वाले विवरण सामने आए. कार्रवाई करने में देरी कर रही जिला प्रशासन सरगुजा को जिले के प्रभारी मंत्री ओपी चौधरी ने दोषियों के विरुद्ध FIR दर्ज कराने के निर्देश दिए.

क्या है पूरा मामला

सीतापुर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत मैनपाट आता है. पर्यटन के लिहाज से यहां मुख्य मार्गों को बनाया तो गया है, लेकिन मैनपाट जनपद के दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्र आज भी ब्लॉक मुख्यालय से कटे रहते हैं. कारण स्पष्ट है कि वहां तक पहुंचने के लिए सड़क है ही नहीं... बहरहाल, 2016 से 2024 तक यहां रहने वाले तकरीबन 900 हितग्राहियों का मकान पास हुआ और उन्होंने किस्तों के हिसाब से राशि उनके खातों में डाला भी गया. लेकिन, ये राशि वास्तविक हितग्राहियों को ना मिलकर किसी दूसरे के खाते में डाल कर घोटाले को अंजाम दिया गया. जिसका खुलासा विभाग के ऑडिट रिपोर्ट में हुआ.

इस तरह हुआ घोटाले का खुलासा

दरअसल, पूर्व की कांग्रेस सरकार में जमीन घोटाला को लेकर हमेशा सुर्खी बनाने वाला सीतापुर विधानसभा क्षेत्र मैनपाट में पीएम आवास योजना में 900 हितग्राहियों के 9 करोड़ रुपये घोटाले का मामला सामने आया है. बताया गया कि अधिकारियों द्वारा किए गए नियमित ऑडिट के दौरान इस घोटाले का खुलासा हुआ, जिससे क्षेत्र में जन कल्याणकारी पहलों की पारदर्शिता पर गंभीर चिंताएं पैदा हो गई हैं. लाभार्थियों में ज्यादातर आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग से हैं. योजना से जुड़े अधिकारियों की धोखाधड़ी की वजह से उन्हें वंचित कर दिया गया. जिसकी जानकारी सरगुजा कलेक्टर को मिलने के बाद उन्होंने इसकी जांच एसडीएम सीतापुर को सौंपी. 

गरीब आदिवासियों का मारा गया हक

मैनपाट में आदिवासी समुदाय के अंतर्गत आने वाले मझवार जातियों के लोग बहुतायत संख्या में जंगलों से लगे गाव में रहते हैं. ये समुदाय आज भी अपनी पुरानी परंपरा व संस्कृति से घिरे रहने के कारण ये आम लोगों से बात तक नहीं कर पाते. शायद इसी का लाभ उठाकर इनके आवास का पैसा घोटाला कर दिया गया. वहीं, मैनपाट के स्थानीय निवासियों के जीवन की स्थिति में सुधार के लिए निर्धारित धनराशि के दुरुपयोग पर प्रभारी मंत्री ओपी चौधरी ने नाराजगी और निराशा व्यक्त की. 

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ओपी चौधरी ने दिए जांच के निर्देश

सरगुजा के प्रभारी मंत्री ओपी चौधरी ने पूरे मामले को लेकर कहा, 'मैनपाट अपने चुनौतीपूर्ण भूभाग और आर्थिक कठिनाइयों के लिए जाना जाता है. कई प्रभावित परिवार स्थिर घर बनाने के लिए सहायता प्राप्त करने की उम्मीद में वर्षों से इंतजार कर रहे थे.' मंत्री ने घोटाले के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई करते हुए सरगुजा कलेक्टर को इस मामले में अपराध दर्ज करने का निर्देश दिया. उन्होंने गलत तरीके से इस्तेमाल की गई धनराशि को वापस लेने और प्रभावित लाभार्थियों को न्याय सुनिश्चित करने का आदेश दिया. 

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