
छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले में गुरुवार को बड़ा हादसा हो गया. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) कार्यालय परिसर में गुरुवार दोपहर अचानक आग लग गई. हालांकि गनीमत रही कि आग उन दो एंबुलेंस में लगी जो कई सालों से खराब हालत में वहां खड़ी थीं. आग इतनी तेज थी कि दोनों एंबुलेंस जलकर पूरी तरह खाक हो गईं. चश्मदीदों की मानें तो, दोपहर के समय कार्यालय परिसर से धुआं उठता दिखा. थोड़ी ही देर में आग की लपटें आसमान तक पहुंच गईं. मौके पर मौजूद लोगों ने तुरंत दमकल विभाग को फोन कर सूचना दी. दमकल की टीम समय पर पहुंची और आग पर काबू पा लिया. गनीमत रही कि बाकी गाड़ियाँ जलने से बच गईं.
कई सालों से खड़ी थीं खराब गाड़ियाँ
कार्यालय परिसर में कई वर्षों से 12 खराब वाहन खड़े हैं. देखरेख के अभाव में इन गाड़ियों के चारों ओर घास और झाड़ियाँ उग आई थीं. आशंका है कि इन्हीं झाड़ियों में आग लगने से यह हादसा हुआ. हालांकि, आग लगने की असली वजह अब तक साफ नहीं हो पाई है.
दो दिन पहले अस्पताल में भी लगी थी आग
गौर करने वाली बात यह है कि इससे दो दिन पहले मंगलवार को जिला अस्पताल परिसर में भी आग लगने की घटना हुई थी. इसके बाद गुरुवार को CMHO कार्यालय में आग लगने से लोग हैरान हैं. कई लोगों का कहना है कि कहीं यह आग जानबूझकर तो नहीं लगाई गई, ताकि कोई जरूरी कागजात या सबूत नष्ट किए जा सकें.
विधायक ने उठाए थे सवाल
हाल ही में विधानसभा सत्र के दौरान स्थानीय विधायक लता उसेंडी ने CMHO कार्यालय में अनियमितताओं का मुद्दा जोर-शोर से उठाया था. लोगों का मानना है कि आगजनी की घटना का इससे कुछ न कुछ संबंध हो सकता है.
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CMHO का पक्ष नहीं मिल सका
ऐसे में अब देखना होगा कि प्रशासन इस आगजनी की जांच किस दिशा में करता है और क्या कोई सच्चाई सामने आती है. गौरतलब है कि इस मामले में जब पत्रकारों ने CMHO डॉ. आर. के. सिंह से संपर्क करने की कोशिश की, तो उन्होंने फोन नहीं उठाया. इसलिए अब तक उनका पक्ष सामने नहीं आया है.
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