![Chhattisgarh Panchayat Elections: एमसीबी जिले में पहली बार हो रहे पंचायत चुनाव, कांग्रेस और भाजपा में दिख रही अंदरूनी तकरार Chhattisgarh Panchayat Elections: एमसीबी जिले में पहली बार हो रहे पंचायत चुनाव, कांग्रेस और भाजपा में दिख रही अंदरूनी तकरार](https://c.ndtvimg.com/2025-02/t79ov1a_dfvfb_625x300_09_February_25.jpeg?im=FitAndFill,algorithm=dnn,width=773,height=435)
Manendragarh Panchayat Election: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में पहली बार जिला पंचायत के चुनाव (Jila Panchayat Election) होने जा रहे हैं. कोरिया जिले से अलग होकर बने इस जिले में जिला पंचायत के गठन के लिए दस क्षेत्र बनाए गए हैं. फिलहाल जिले में 199 ग्राम पंचायतें हैं, जहां तीन चरणों में चुनाव होने हैं. कांग्रेस और भाजपा ने अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है, जिसको लेकर पार्टी में नाराजगी देखने को मिल रही है. कांग्रेस ने लक्ष्मी सिंह को टिकट दिया है, तो वहीं भाजपा ने अनीता सिंह को चुनावी मैदान में उतारा है.
![पहली बार इस जिले में हो रही चुनाव पहली बार इस जिले में हो रही चुनाव](https://c.ndtvimg.com/2025-02/kuj09o8_dfvdb_625x300_09_February_25.jpeg)
पहली बार इस जिले में हो रही चुनाव
इस दिन होने हैं पंचायत चुनाव
एमसीबी जिले के खड़गवां ब्लॉक में 17 फरवरी, मनेन्द्रगढ़ में 20 फरवरी और भरतपुर में 23 फरवरी को जिला पंचायत चुनाव के लिए मतदान होना है. जिला पंचायत के दस क्षेत्रों के लिए कुल 65 अभ्यर्थी चुनावी मैदान में हैं. कांग्रेस और भाजपा, दोनों ने नए चेहरों पर अपना भरोसा जताया है. इससे पार्टी के भीतर नाराजगी भी देखने को मिल रही है.
पार्टियों में अंदरूनी तकरार
जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 5 केल्हारी में कांग्रेस ने हाल ही में जनपद अध्यक्ष रहे डॉ. विनय शंकर सिंह को समर्थन नहीं दिया है और उनकी जगह लक्ष्मी सिंह को प्रत्याशी बनाया है. वहीं, भाजपा ने वर्तमान जिला पंचायत सदस्य दृगपाल सिंह की जगह अनीता सिंह को समर्थन दिया है. भाजपा के जिला मंत्री रहे दृगपाल सिंह और कांग्रेस के डॉ. विनय शंकर सिंह, दोनों ही अपनी-अपनी पार्टी से नाराज हैं और चुनाव मैदान में डटे हुए हैं.
ये भी पढ़ें :- Janta Darbar: कचरे में पड़े मिले जनता दरबार के 500 से अधिक आवेदन, ऐसा है ज्योतिरादित्य सिंधिया के फरियादियों का पुरसाहाल
नाराज नेताओं ने कही ये बात
भाजपा और कांग्रेस के नाराज नेताओं का कहना है कि वे अपने पद के अनुसार स्वाभाविक उम्मीदवार थे. लेकिन, पार्टी ने उन्हें नजरअंदाज किया. उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव के नतीजे आने के बाद पार्टी को इसका अहसास होगा. बता दें कि दोनों पार्टियों ने महिला उम्मीदवार पर अपना दांव खेला है.
ये भी पढ़ें :- Panchayat Election: दंतेवाड़ा की 21 पंचायतों में निर्विरोध चुन लिए गए सरपंच, कहीं नक्सलियों का खौफ तो कहीं बनी सहमति