Online Gambling: ऑनलाइन गैंबलिंग को लेकर गोरेला पेंड्रा मरवाही जिला पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. इस कार्रवाई में कल्याण और गोल्डन नंबरी सट्टा खिलाने वाले गिरोह के 8 सदस्यों को लाखों के सट्टा पट्टी के रिकॉर्ड्स समेत के साथ गिरफ्तार किया गया है. साथ ही इनके कब्जे से मोबाइल और नगद भी जब्त किया गया है. सटोरिए मरवाही क्षेत्र में अलग अलग स्थानों में बैठकर ऑनलाइन सट्टा खिलाते थे.
ऑनलाइन क्रिकेट सट्टे ग्रैंड एक्सचेंज और थंडर एक्सचेंज जुड़े हैं सटोरिए
तलाशी के दौरान इन सटोरिए के पास से ऑनलाइन क्रिकेट सट्टे ग्रैंड एक्सचेंज और थंडर एक्सचेंज में संलिप्तता के साक्ष्य मिले हैं. फिलहाल पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों को तलाश कर रही है.
दरअसल, मरवाही थाना क्षेत्र में कल्याण और गोल्डन नंबरी सट्टा खिलाने वाले गिरोह के सक्रिय होने की सूचना मिली थी, जिसके बाद जीपीएम एसपी आईपीएस भावना गुप्ता ने साइबर सेल जीपीएम और मरवाही पुलिस को इस गिरोह के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए.
3 सदस्यीय टीम ने सटोरियों के खिलाफ की बड़ी कार्रवाई
इस आदेश के बाद 26 सितंबर को पुलिस की गठित 3 टीम ने सटोरिए के इस गिरोह के खिलाफ कार्रवाई करते हुए रेड डाला. इस कार्रवाई के दौरान टीम ने ग्राम भर्रीडाड, लोहारी और मरवाही से कुल 8 सटोरियों को पकड़ा. इन सटोरिए के पास से नंबरी सट्टा खिलाने के साक्ष्य मिले. वहीं इनसे जुड़े लिंक के आधार पर सटोरिए के सरगना स्नेहिल गुप्ता और आयुष जायसवाल को भी गिरफ्तार किया गया. दोनों आरोपी मरवाही के रहने वाला है.
रैकेट संचालक स्नेहिल गुप्ता गिरफ्तार
पुलिस के मुताबिक, आरोपी स्नेहिल ने बताया कि सभी आरोपी गोल्डन और कल्याण सट्टा खिलाने में सक्रिय हैं, जिसकी राशि का कलेक्शन साप्ताहिक रूप से ऑनलाइन और कैश के मध्यम किया जाता है और वो इन सभी को कमीशन देता है. रैकेट संचालक स्नेहिल गुप्ता के पास से ग्रैंड एक्सचेंज और थंडर एक्सचेंज नाम के ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर क्रिकेट सट्टा खिलाने के साक्ष्य भी मिले हैं. फिलहाल पुलिस मध्य प्रदेश और अन्य स्थानों से लिंक की जानकारी निकालकर आगे कार्रवाई कर रही है.
आरोपियों के पास से 8 मोबाइल फोन मिले
कार्रवाई के दौरान पुलिस ने स्नेहिल गुप्ता, आयुष जायसवाल, संतोष राय, श्रवण प्रसाद गुप्ता, मो हासिम अंसारी, अंकित राय, चुनित राय, विजय ताम्रकार को पकड़ा है. इन आरोपियों के पास से 8 मोबाइल फोन, व्हाट्सएप पर लाखों की सट्टा के लेन देन के रिकॉर्ड्स और लगभग 20000 रुपये नगद मिले हैं. इन आरोपियों के लगभग 15 खातों और मोबाइल से मिले फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन के आधार पर और आरोपियों की धर पकड़ की जा रही है.