Two Police Constable Suspended: छत्तीसगढ़ में काम में लापरवाही करने और रिश्वत लेने के आरोपी दो पुलिसकर्मियो को निलंबित कर दिया गया है. कोतवाली थाना में तैनात रिश्वत लेने वाले दो पुलिसकर्मियों को एनडीटीवी प्रमुखता दिखाई था, जिसका असर ही कहेंगे कि दोनों रिश्वतखोर पुलिस कर्मियों को पुलिस अधीक्षक एम आर अहिरे ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है.
रिश्वतखोरी और काम में लापरवाही के दोषी पाए संस्पेंडेड दोनों पुलिसकर्मी
पुलिस अधीक्षक एम आर अहिरे ने दोनों पुलिसकर्मियों पर रिश्तवखोरी और काम में लापरवाही मामले में कार्रवाई करते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का आदेश जारी किया है. पुलिस अधीक्षक ने सीएसपी के नेतृत्व में निलंबित आरक्षक और प्रमुख आरक्षक पर लगे आरोपों को लेकर एक जांच टीम गठित की थी, जिसके उनके निलंबन का आदेश जारी किया गया.
सीएसपी की जांच में दोषी पाए दोनों पुलिस कर्मियों को एसपी ने सस्पेंड किया
गौरतलब है गत 25 मई को एनडीटीवी मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ चैनल पर जुआ के फड़ में पैसे के लेन-देन करने की खबर प्रमुखता से दिखाई थी, जिसके बाद पुलिस अधीक्षक एम आर अहिरे ने सीएसपी एस एस पैकरा के नेतृत्व में एक जांच टीम गठित की थी.जांच टीम ने बारीकी से हर एक पहलू को जांच के बाद दोनों पुलिसकर्मियों को दोषी पाते हुए सस्पेंड कर दिया.
दोषी प्रधान आरक्षक और आरक्षक अनुज सिंह को सस्पेंड करते हुए लाइन अटैच किया
दोषी प्रधान आरक्षक एसन पाल और आरक्षक अनुज सिंह को सस्पेंड करते हुए लाइन अटैच कर दिया. गत 22 मई की देर रात एसन पाल बिना कोतवाली प्रभारी के जानकारी दिए ग्राम धनेशपुर जुआ के फड़ में रेड की कार्यवाही करने अपनी टीम के साथ निकल गए थे और 8 हजार रुपए पैसे लेकर मोटर व्हीकल एक्ट की कार्रवाई को निपटा दिया गया.
उच्च अधिकारियों को अवगत किए बिना रेड की कार्रवाई करने पहुंच गए थे प्रधान आरक्षक
NDTV ने मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ चैनल पर प्रधान आरक्षक की रिश्वतखोरी की खबर प्रमुखता से दिखाई थी, जिसके बाद पुलिस अधीक्षक ने दो पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया. प्रधान आरक्षक पर आरोप है कि उन्होंने नियमों की धज्जियां उड़ाई और प्रभारी सहित उच्च अधिकारियों को अवगत किए रेड की कार्रवाई की, जिससे उनकी मंशा पर संदेह हुआ.
पुलिस अधीक्षक एम आर आहिरे दोनों पुलिसकर्मियों के निलंबन की कार्रवाई कर दिया संदेश
जिले के पुलिस अधीक्षक ने NDTV के खबर को गंभीरता से लेते हुए तुंरत मामले की जांच के लिए सीएसपी के नेतृत्व में जांच टीम गठित की और जांच टीम के रिपोर्ट आने के बाद दो पुलिसकर्मी को सस्पेंड कर एक संदेश देने की की कोशिश की है. दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्यवाही करके पुलिस अधीक्षक लोगों का दिल जीत लिया है.