
Chhattisgarh Naxal Attack: छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सलियों की बर्बरता सामने आई है. उन्होंने आत्म समर्पण कर चुके नक्सली नेता के रिश्तेदारों के तीन लोगों की हत्या कर दी. वहीं, 7 लोगों को बुरी तरह पीटा है. इसके अलावा नक्सलियों ने 12 से ज्यादा ग्रामीणों को बंधक बना लिया है. नक्सलियों की इस कायराना हरकत से गांव के अन्य लोगों में डर का माहौल है.
नक्सलियों ने यह बर्बरता सरेंडर कर चुके नक्सली नेता दिनेश मोडियम के रिश्तेदार के साथ की है. वारदात को अंजाम देने वाला नक्सली नेता वेल्ला बताया जा रहा है. बीजापुर के एसपी जितेंद्र यादव ने तीन हत्याओं की पुष्टि की है. मौके पर पुलिस बल रवाना हो गया है.
मार्च 2026 तक सरकार खत्म करना चाहती है नक्सलवाद
केंद्र सरकार छत्तीसगढ़ के अलावा देश के बाकी अन्य हिस्सों से नक्सलवाद को खत्म करने का प्रयास कर रही है, जिसकी इसकी समयसीमा मार्च 2026 तय की है. इसको लेकर छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ अभियान भी चलाए जा रहे हैं. हाल ही में कई मुठभेड़ भी हुई हैं, जहां कई नक्सली मारे गए हैं. इनमें एक करोड़ का इनामी सेंट्रल कमेटी का सदस्य सुधाकर उर्फ गौतम और 10 करोड़ का इनामी मओवादी सीपीआई का महासचिव बसवराजू भी शामिल है.
मुख्यधारा से जोड़ने का काम कर रही सरकार
वहीं, राज्य सरकार नक्सलियों को मुख्यधारा से जोड़ने का काम कर रही है. इसके लिए छत्तीसगढ़ सरकार नई पुनर्वास नीति भी लेकर आई है. छत्तीसगढ़ की नक्सल उन्मूलन नीति और नियद नेल्लानार योजना के कारण कई माओवादी आत्मसमर्पण कर रहे हैं. यह योजना नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शांति और विकास को बढ़ावा देने के लिए बनाई गई है. इस योजना के तहत, आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों को विभिन्न सुविधाएं प्रदान की जाती हैं, जैसे कि पुनर्वास, रोजगार और शिक्षा.
इसके अलावा, नक्सल हिंसा से प्रभावित लोगों के लिए भी राहत और पुनर्वास की व्यवस्था की जाती है. यह योजना माओवादियों को आत्मसमर्पण कर समाज की मुख्यधारा में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित कर रही है. इसके परिणामस्वरूप कई माओवादी आत्मसमर्पण कर रहे हैं और समाज में शांतिपूर्ण जीवन जीने की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं.
ये भी पढ़ें- Anti Naxal Operation : बालाघाट में बड़ा नक्सल ऑपरेशन, मुठभेड़ में तीन महिला और एक पुरुष नक्सली हुए ढेर