
CG Mukhya Mantri Tirth Yatra Yojana : छत्तीसगढ़ सरकार की मुख्यमंत्री तीर्थयात्रा योजना के तहत पुरी, कोणार्क और भुवनेश्वर दर्शन के लिए गए तीर्थ यात्रियों की टीम में शामिल कन्हैया लाल पुरी की इलाज के अभाव में मौत हो गई. यात्री ने अस्पताल में तड़प-तड़पकर दम तोड़ा है. यह घटना झाड़सुगुड़ा रेलवे स्टेशन पर घटी, जब कन्हैया लाल पुरी की अचानक तबीयत बिगड़ गई. यात्रियों द्वारा रेलवे और संबंधित अधिकारियों को कई बार सूचना देने के बावजूद समय पर उचित इलाज समय पर उपलब्ध नहीं हो सका, जिससे उनकी जान चली गई.
गौरतलब है कि 17, 18 और 19 अप्रैल को गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले से 135 तीर्थ यात्रियों की टीम तीर्थ यात्रा पर निकली थी. इसी टीम में 65 वर्षीय कन्हैया लाल पुरी भी शामिल थे. यात्रा के दौरान झाड़सुगुड़ा रेलवे स्टेशन पर उनकी तबीयत खराब हुई, लेकिन यात्रियों के आग्रह के बाद भी न तो तुरंत डॉक्टर उपलब्ध कराया गया और न ही कोई अन्य चिकित्सीय सहायता दी गई.
'यदि इलाज मिलता तो बच सकती थी जान'
टीम के अन्य तीर्थ यात्रियों ने आरोप लगाया कि यात्रा के दौरान शासन की ओर से न तो पर्याप्त मेडिकल सुविधा थी और न ही कोई आपातकालीन सहायता उपलब्ध कराई गई थी. यात्रियों ने कहा कि यदि समय पर इलाज मिल जाता तो कन्हैया लाल पुरी की जान बचाई जा सकती थी.
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तीर्थ यात्रियों में भारी आक्रोश
प्रकाश राय साथी तीर्थ यात्री ने कहा कि इस दुखद घटना से तीर्थ यात्रियों में भारी आक्रोश है और उन्होंने मुख्यमंत्री तीर्थयात्रा योजना में लापरवाही बरतने के लिए प्रशासन से जवाबदेही की मांग की है. परिजनों ने सरकार से मुआवजा एवं दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की भी मांग की है.
इस पूरे मामले पर NDTV ने जिला प्रशासन के अधिकारियों से बात करने की कोशिश की पर संपर्क नहीं हो पाया. कन्हैया की मौत के मामले को लेकर अभी कोई अधिकारिक बयान नहीं आया है. आने पर अपडेट किया जाएगा.
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