Stop Dam Corruption in Manendragarh: मनेंद्रगढ़ (Manendragarh) वनमंडल के कुंवारपुर वनपरिक्षेत्र के (Manendragarh Forest Range) कुदरा बीट में लाखों रुपये की लागत से वन विभाग के द्वारा स्टॉप डैम का निर्माण कराया गया है, लेकिन डैम भ्रष्टाचार और बंदरबांट (Corruption in Stop Dam) की भेंट चढ़ गया. भ्रष्टाचार की गवाही खुद स्टॉप डैम दे रहा है, जहां पहली बारिश में डैम में जमा पानी बह गया. वहीं डैम से बड़ी मात्रा में पानी बहने के कारण अब इसके निर्माण कार्य के गुणवत्ता पर सवाल उठने लगा है.
स्टॉप डैम के नाम पर लूट
लाखों रुपये की लागत से बने स्टॉप डैम के निर्माण में गड़बड़ी को लेकर ग्रामीण आरोप लगा रहे हैं. इसी गांव के रहनेवाले गणेश ने बताया कि स्टॉप डैम के निर्माण के दौरान वनविभाग के वनपरिक्षेत्र अधिकारी कुंवारपुर द्वारा देखरेख की जाती थी, वो यहां जांच में भी आते रहते थे. ये डैम उनके मिलीभगत के चलते भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया.
क्रेसर गिट्टी की बजाय जंगल की गिट्टी से बनवाया गया डैम
शासन के द्वारा जल संरक्षण करने के लिए स्टॉप डैम निर्माण करवाया जाता है, लेकिन विभागीय अधिकारियों की गड़बड़ी से डैम में पानी संग्रहित नहीं हो पा रहा है. शासन के जल संरक्षण का दावा पूरी तरह खोखला नजर आ रहा है. स्टॉप डैम बनकर पूरा हो गया है, लेकिन आज तक सूचना बोर्ड में ना राशि अंकित की गई है और ना ही कोई सूचना लिखा गया है. डैम में क्रेसर गिट्टी की जगह जंगल की गिट्टी से डैम बनवाया गया है. डैम में भारी भ्रष्टाचार हुआ है जो खुद स्टॉप डैम इस भ्रष्टाचार की कहानी कह रहा है.
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सिस्टम पर उठ रहे सवाल
मामले को लेकर वनपरिक्षेत्र अधिकारी कुंवारपुर शिव कुमार ध्रुव ने कहा कि मैं स्टॉप डैम देखने के बाद ही कुछ कहूंगा, निर्माण में यदि गड़बड़ी की शिकायत है तो डीएफओ मनेंद्रगढ़ से बात कर लें. वहीं डीएफओ मनेंद्रगढ़ मनीष कश्यप ने कहा कि एसडीओ को भेजकर मामले की जांच करवाएंगे.
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