Chhattisgarh Gangrape Case: छत्तीसगढ़ के मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में नाबालिग बच्ची से गैंगरेप के मामले में डिप्टी रेंजर सहित तीन शिक्षकों पर गाज गिर गई है. विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए इन चारों को सस्पेंड कर दिया है. इस घटना के बाद पूरे क्षेत्र में आक्रोश है. इन चारों आरोपियों को कल मंगलवार को पुलिस ने गिरफ्तार किया था.
ये हुए हैं सस्पेंड
मुख्य वन संरक्षक सरगुजा ने उत्पादन इकाई जनकपुर में पदस्थ डिप्टी रेंजर बनवारी सिंह को निलंबित कर दिया है. आरोप है कि बनवारी सिंह के घर में ही नाबालिग के साथ यह घिनौनी घटना घटी. मामले में बनवारी सिंह को मुख्य आरोपी बनाया गया है. इस घटना में शिक्षा विभाग के तीन शिक्षकों की संलिप्तता भी सामने आई है. इन शिक्षकों को भी निलंबित कर दिया गया है. निलंबित शिक्षकों में प्रथमिक शाला देवगढ़ के हेडमास्टर रावेंद्र कुमार कुशवाहा, हाईस्कूल देवगढ़ के प्रभारी प्राचार्य अशोक सिंह कुशवाहा और व्याख्याता कुशल सिंह परिहार पर गैंगरेप के आरोप हैं.
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अफसर बोले- दोषी को बख्शा नहीं जाएगा
मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने सभी आरोपियों को तुरंत निलंबित कर दिया और जांच शुरू कर दी है. मुख्य वन संरक्षक सरगुजा ने स्पष्ट किया है कि मामले में किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा. वहीं शिक्षा विभाग ने भी जांच रिपोर्ट के आधार पर तीनों शिक्षकों को निलंबित कर दिया है.
ये है मामला
पीड़िता ने अपने बयान में पुलिस को बताया कि इन तीनों शिक्षकों ने 15 और 22 नवंबर को उसके साथ गैंगरेप किया था. तीनों शिक्षकों ने डिप्टी रेंजर के घर में ले जाकर बारी-बारी से उसके साथ दुष्कर्म किया था. इस मामले की शिकायत के बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया था.
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