
Child sacrificed in Chhattisgarh: बलरामपुर जिले से इंसानियत को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है. पुलिस ने 3 साल के मासूम बच्चे की बलि देने वाले शैतान शख्स को गिरफ्तार किया है. इसके बाद कोर्ट ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया. आरोपी बच्चे को खेलते हुए बहलाकर अपने घर ले गया था, जहां चाकू से उसके सिर को अलग कर दिया था.
दरअसल, सबाग गांव के सुलूंगडीह निवासी वीरेंद्र नगेसिया (28) ने सामरी पाठ थाने में शिकायत दी थी कि उनका 3 साल का बेटा अजय नगेसिया कहीं गुम हो गया है. पुलिस ने मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी. वहीं, पुलिस को राजू कोरवा पर संदेह हुआ और गांव में मुखबिर की तैनाती की. फिर पता चला कि मासूम के घर वालों को राजू कोरवा कहता था कि बड़ी पूजा करनी पड़ेगी, तब कहीं जाकर बेटा होगा.
वहीं, शक के आधार पर गांव के ही राजू कोरवा को पुलिस ने हिरासत में लिया और पूछताछ की. इस दौरान राजू कोरबा पुलिस को लगातार अलग-अलग बयान देकर गुमराह करता रहा.
जंगल में जलाया मासूम का धड़
कड़ाई से पूछताछ की तो आरोपी ने जुर्म कबूल किया. आरोपी ने बताया कि उसके बड़े बेटे की तबीयत हमेशा खराब रहती थी, जिसकी वजह से उसे नरबलि देनी थी. इसलिए उसने मासूम को मिठाई देने के बहाने बुलाया और लोहे की छुरी से बलि दे दी. इसके बाद मासूम के धड़ को बोरी में भरकर जंगल किनारे नाले पर ले जाकर जला दिया.
घर में तीन दिन तक छिपाए रखा सिर
उसने बच्चे के सिर को 3 दिन तक अपने ही घर में छिपाकर रखा था. फिर जब खोजबीन तेज हुई तो कपड़े में लपेटकर तीन-चार फीट गड्ढा खोदकर दफना दिया और ऊपर से पत्थर रख दिया था. वह पुलिस को लगातार गुमराह करता रहा था.
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