FIR on Bhupesh Baghel: छत्तीसगढ़ में महादेव बेटिंग ऐप (Mahadev Betting App) मामले में छत्तीसगढ़ पुलिस (Chhattisgarh Police) ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) और 16 अन्य लोगों के खिलाफ FIR दर्ज किया है. आरोप के अनुसार, पूर्व राज्य सरकार और प्रशासन ने प्रोटेक्शन मनी लेकर महादेव ऐप के अवैध कारोबार में मदद की थी. इसको लेकर भूपेश बघेल ने रविवार को एक प्रेस वार्ता में अपना पक्ष रखते हुए कहा कि एफआईआर की कॉपी में कहीं भी मेरा नाम नहीं है. ये सारी बातें राजनीति के लिए की जा रही है. वहीं, इस मामले पर उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा (Vijay Sharma) ने कहा कि जो गुनाह करेगा उस पर एफआईआर जरूर होगी.
क्या है महादेव बेटिंग ऐप केस
जांच के बाद ये बात निकलकर सामने आई थी कि खाड़ी देशों में बैठकर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल नामक व्यक्ति भारत के पुलिस, ब्यूरोक्रेट्स और पॉलिटिशियन का एक नेक्सस तैयार कर महादेव बेटिंग ऐप को ऑपरेट कर रहे थे. ये दोनों महादेव बेटिंग ऐप के प्रमोटर भी हैं. ऐप के नाम पर 15 हजार करोड़ रुपए से अधिक के फर्जीवाड़े का मामला दर्ज किया गया था. पुलिस ने मामले की जांच के दौरान छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और 16 अन्य लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है. इसको लेकर रविवार को बघेल ने अपना पक्ष रखा.
'केंद्र ने नहीं की गिरफ्तारी'
भूपेश बघेल ने रायपुर में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि महादेव ऐप के ऊपर हम बहुत पहले से कार्रवाई करते आए हैं. रवि उप्पल और सौरव चंद्राकर के खिलाफ दो बार लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया. इनको पड़कर लाने की जिम्मेदारी भारत सरकार की थी जो उन्होंने नहीं की. बल्कि चुनाव आते-आते कहानी में ट्विस्ट लाने के लिए शुभम सोनी की एंट्री हुई. उन्होंने कहा कि 'एफआईआर में ऐप के किसी भी प्रमोटर के नाम को शामिल नहीं किया गया है. कॉपी में देखेंगे तो मेरा कहीं भी नाम नहीं है. यह विशुद्ध रूप से राजनीतिक रूप से मेरा नाम डाला गया है. महत्वपूर्ण बात यह है कि गूगल को हमने ही लिखा था कि महादेव ऐप बंद किया जाए.'
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'कानून के लिए सभी एक'
वहीं इस मामले में छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने भिलाई में एक सामाजिक कार्यक्रम में बघेल के बयान पर कहा कि 'जो गुनाह करेगा उस पर एफआईआर जरूर होगी. अपराध में साधारण आदमी या बड़ा आदमी नहीं देखा जाता. कानून के सामने सब एक होते हैं.'
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