Liquor scam Case in Chhattisgarh: छत्तीगसढ़ में कथित शराब घोटाले की जांच कर रही ACB की टीम ने कारोबारी अनवर ढेबर के खेत से अधजले नक़ली होलोग्राम को ज़ब्त किया है. टीम ने नकली होलोग्राम के साथ तीन लोगों को भी अपनी गिरफ्त में लिया है. इस कार्रवाई के बाद प्रदेश में एक बार फिर से हड़कंप मच गया है.
इन लोगों की हुई गिरफ्तारी
दरअसल एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम को सूचना मिली थी कि अनवर ढेबर के धनेली स्थित परिसर में अधजले हालत नकली होलोग्राम को गड्डा खोदकर छुपाकर रखा गया है. इसे खेत में गाड़ दिया गया है. इस सूचना के बाद एसीबी की टीम जेसीबी लेकर धनेली स्थित खेत में पहुंची और गड्डे को खोदकर पांच कार्टून अधजले नक़ली होलोग्राम बरामद कर लिए है.
क्या है छत्तीसगढ़ का शराब घोटाला
शराब घोटाले में मनी लाउंड्रिंग की जांच कर रही ED ने रायपुर एसीबी में Fir दर्ज कराई थी. जिसमें दो हज़ार करोड़ रुपये से ज़्यादा के घोटाले की बात कही गई थी. ED ने पाया कि तत्कालीन भूपेश सरकार के कार्यकाल में सबसे ताकतवर IAS अफ़सर अनिल टूटेजा, आबकारी विभाग के एमडी AP त्रिपाठी और कारोबारी अनवर ढेबर के अवैध सिंडिकेट के ज़रिए घोटाले को अंजाम दिया गया था. ED द्वारा दर्ज कराई गई FIR की जांच एसीबी कर रही है. एसीबी से मिली जानकारी के अनुसार साल 2019 से 2022 तक सरकारी शराब दुकानों से अवैध शराब डुप्लीकेट होलोग्राम लगाकर बेची गई थी. जिससे शासन को करोड़ों के राजस्व का नुक़सान हुआ है.
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