
कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय (KTUJM) में छात्रों की बेहतर पढ़ाई और एक्सपोजर एक्टिविटी के लिए 7 करोड़ की लागत से निर्मित ऑडिटोरियम खंडहर में तब्दील हो गया है. बिल्डिंग की दीवारें दरक गई हैं और खिड़की चोरी हो गई हैं. टॉयलेट टूट और नल टूट चुके हैं.
दरअसल, जब छत्तीसगढ़ राज्य बना था तो बाद में सरकार ने पत्रकारिता विवि (Journalism University) की स्थापना की थी, जिसका नाम कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारीय विश्वविद्यालय रखा था. इसका मकसद छत्तीसगढ़ से बेहतरीन पत्रकारों को निकालना था, ताकि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को मजबूत करे. लेकिन पत्रकारिता विश्वविद्यालय के निर्माण कामों में ही भ्रस्टाचार दिखने लगा है. अब 7 करोड़ की लागत से बना ऑडिटोरियम खंडहर हो गया है.
NSUI और ABVP आमने-सामने
वहीं, इसको लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है. भाजपा की एबीवीपी और कांग्रेस की एनएसयूआई छात्र इकाई भवन निर्माण में अनियमितता का आरोप लगा रही है. NSUI और ABVP ने छात्रहित में उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है.
कांग्रेस ने लगाया आरोप
कुशाभाऊ यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र और एनएसयूआई कार्यकर्ता हनी बग्गा ने कहा कि KTU भ्रस्टाचार का गढ़ बना हुआ है. विवि में पैसे लेकर पास करने तक का मामला आया है. 2016 में ईशान कंस्ट्रक्शन को ऑडिटोरियम का ठेका दिया था, जिसका अभी तक काम पूरा नहीं हुआ और फिर उसे पूरा करने के लिए 7 करोड़ की मांग की जा रही है. कुशाभाऊ ठाकरे प्रबंधन भ्रस्टाचार में डूबा हुआ है, जिसकी NSUI जांच की मांग कर रही है. अगर जांच नहीं हुई तो उग्र आंदोलन करेगी.
क्या बोले डिप्टी CM
वहीं, उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि सरकार के संज्ञान में है. आवश्यक कार्यवाही की जा रही है.
- 2016-17 में इसान कंस्ट्रक्शन कंपनी को भवन बनाने का ठेका दिया.
- पीडब्ल्यूडी ने टेंडर जारी किया, लेकिन कुशाभाऊ प्रबंधन को हैंड ओवर नहीं किया.
- 7 करोड़ की लागत से बना ऑडिटोरियम.
- 700 लोगों की बैठने की क्षमता है ऑडिटोरियम की .
- हैंड ओवर लेने में कुशाभाऊ ठाकरे प्रबंधन ने कोई रुचि नहीं दिखाई.
- लंबे समय से गुणवत्ताहीन निर्माण की वजह से भवन खंडहर होने लगा.