Nandishwar Mahadev Temple In Kanker: छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले का नाम तो आपने खूब सुना होगा, लेकिन जब माह सावन का हो तो ये जिला प्रदेश और देशवासियों के लिए और भी खास हो जाता है. क्योंकि यहां स्थित है, बाबा नंदीश्वर महादेव का दरबार. कांकेर आने वाले हर एक भक्त की मनोकामना जगत के सरकार भोलेनाथ शंभू जी शीघ्र पूर्ण करते हैं.
नंदीश्वर महादेव प्रभु जी की तस्वीरें इतनी मनमोहक हैं कि आप तस्वीर मात्र को देखने के बाद इनके दर्शन करने के लिए ललाइत हो जाएंगे. सावन के महीने में यहां भक्तों की लंबी कतारें लगी रहती हैं...
सिर्फ इन जगहों पर स्थित हैं, नंदीश्वर महादेव
इन दिनों सावन का पवित्र महीना चल रहा है. भक्तगण भगवान भोले की भक्ति में लीन हैं. वहीं, शहर के प्राचीन शिव मंदिर की अपनी अलग ही मान्यता है. यहां भगवान शिव के ऊपर नंदी जी विराजमान हैं, जिन्हें नंदीश्वर महादेव कहां जाता है. इस तरह का शिवलिंग पूरे भारत मे केवल दो जगह है. आंध्रप्रदेश और छत्तीसगढ़ के कांकेर में है.
महानदी से कावड़ में जल लेकर पहुंचे भक्त
इस मंदिर में लोगों की बड़ी आस्था जुड़ी हुई हैं. हर वर्ष यहां हजारों की संख्या में लोग पूजा अर्चना के लिए पहुंचते हैं. प्रतिवर्ष यहां कांवड़ यात्रा का आयोजन होता है. लोग सरंगपाल स्थित महानदी से कावड़ में जल लेकर 7 किलोमीटर लंबी यात्रा तयकर नंदीश्वर महादेव मंदिर पहुंचकर जलाभिषेक करते हैं. कहां जाता है, इस महीने में कांवड़ यात्रा का विशेष महत्व है.
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जलाभिषेक का है, विशेष महत्व
कावड़ में जल लेकर भगवान शिव के ऊपर जलाभिषेक करने से भक्तों के बड़े से बड़े पाप समाप्त हो जाते हैं और सभी प्रकार के कष्ट से मुक्ति मिल जाती है. लोगों का कहना है कि नंदीश्वर महादेव पर लोगों की गहरी आस्था जुड़ी हुई है. भगवान भोलेनाथ उनकी हर मनोकामनाएं पूरी करते हैं. इसलिए हर वर्ष यहां हजारों की संख्या में श्रद्धालु शामिल होते हैं. इस वर्ष भी विधायक, कलेक्टर सहित 4 हजार श्रद्धालु इस कावड़ यात्रा में शामिल होकर भगवान का जलाभिषेक किया.
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