Big negligence of paddy procurement centers: जशपुर जिले में पड़ रही कड़ाके की ठंड के बीच बीती देर रात से पानी गिरने की वजह से धान खरीदी केंद्रों (paddy procurement centers) में खरीदी कर खुले में रखी धान की बोरियां पूरी तरह से भीग गई हैं. इससे बड़ा पैमाने पर नुकसान होने की बात कही जा रही है. अचानक मौसम खराब होने के कारण देर रात से झमाझम बारिश हो रही है. ऐसे में धान बेचने वाले किसानों की मुश्किलें और बढ़ गई हैं.
लापरवाही की वजह से भीग गया धान
छत्तीसगढ़ में इन दिनों धान खरीदी की जा रही है. इसी बीच हुई बारिश ने धान खरीदी केंद्रों की व्यवस्था की पोल खोल दी है. इसी कड़ी में गम्हरिया स्थित धान खरीदी केंद्र में खुले आसमान के नीचे रखा 3 हजार क्विंटल धान भीग गया. समिति प्रभारी को हर तरह की व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए गए हैं. इसके अनुरूप धान को बचाने के लिए व्यवस्था किया जाना था, लेकिन प्रबंधक की लापरवाही की वजह से धान भीग गया.अधिकारियों के अनुसार संग्रहण केंद्र में धान को सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी केंद्र प्रभारियों की है. इसके बाद भी खुले में रखी धान की बोरियां भीग गई है. जिसका आकलन किया जा रहा है.
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धान खरीदी हुई बंद
धान खरीदी के लिए 31 जनवरी तक की तिथि निर्धारित की गई है. प्रभारी जिला विपणन अधिकारी भारत भूषण भगत ने बताया कि खराब मौसम को लेकर धान को सुरक्षित रखने के लिए जिले के सभी प्रबंधकों को निर्देश दिया गया था. मौसम खराब होने की की वजह से किसानों की धान खरीदी बंद कर दी गई है, जैसे ही मौसम खुलेगा है, वहां धान खरीदी जारी रहेगा. कटे हुए टोकन से किसानों की धान खरीदी फिर से शुरू की जाएगी.
फैक्ट फाइल
जशपुर जिले में धान खरीदी -
अब तक खरीदा गया धान - 21 लाख 60 हजार क्विंटल
उठाव हो चुका- 13 लाख क्विंटल
खरीदी शेष - 6 लाख क्विंटल
बारिश में भीगा धान- 3 हजार क्विंटल
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