
International Women's Day: छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले की महिलाओं हर तरफ तारीफ हो रही है. दरअसल, यहां की कुछ महिलाओं ने पलाश, पालक और हल्दी के रंगों का इस्तेमाल कर हर्बल गुलाल तैयार किया है. बता दें कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय आजीविका मिशन के स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा रोजगार और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में महिला स्वच्छता समूह ने होली के त्यौहार को ध्यान में रखते हुए हर्बल गुलाल का निर्माण कर उसकी बिक्री शुरू की है.
महिलाओं ने पलाश के फूलों से लाल रंग, पालक भाजी से हरा रंग और हल्दी से पीला रंग निकालकर पूरी तरह प्राकृतिक और त्वचा के लिए सुरक्षित हर्बल गुलाल तैयार किया है. इन गुलालों की बड़ी मात्रा में बिक्री हो रही है और इसे ग्राहकों द्वारा खूब पसंद किया जा रहा है.
प्रतिदिन कर रही हैं इतनी कमाई
समूह की महिलाओं ने बताया कि उनके इस उत्पाद को काफी सराहा जा रहा है और वर्तमान में प्रत्येक महिला को प्रतिदिन 250 से 300 रुपये की आमदनी हो रही है. महिलाओं की यह पहल समाज के अन्य वर्गों की महिलाओं के लिए भी प्रेरणा बन रही है. अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर यह पहल महिलाओं की आर्थिक स्वतंत्रता और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने की दिशा में एक सराहनीय कदम है.
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