Train Coach: बैकुंठपुर-अनूपपुर-अंबिकापुर (Baikunthpur-Anuppur-Ambikapur) रेल सेक्शन के कोतमा, हरद, करंजी और नगर स्टेशन यार्ड में 5 ट्रेनों के कोच महीनों से खड़े कबाड़ हो रहे हैं. बंद पड़े कोच की बॉडी पर धूल जमने के साथ-साथ जंग लग गए हैं. इसके बावजूद रेलवे प्रशासन की इस ओर ध्यान नहीं जा रहा है. यार्ड में खड़ी ट्रेनों के नेम प्लेट निकाल लिए गए हैं, ऐसे में यह कौन सी ट्रेन है, इसकी भी जानकारी लोगों को नहीं मिल पा रही है. इस मामले में रेलवे पीआरओ का कहना है कि यार्ड में एक्सट्रा और मेंटेनेंस के दिए गए कोच को खड़ा किया गया है.
लगातार ट्रेनें होती है रद्द
बता दें कि बिलासपुर जोन में कोयला लेकर जाने वाली मालगाड़ियों की संख्या बढ़ने के बाद रेलवे हर महीने कई ट्रेनों को रद्द करती आई है. ट्रेनों को बंद कर कई-कई दिनों से यार्ड में खड़ा किया जाता है. हालांकि अंबिकापुर-अनूपपुर सेक्शन पर खड़ी इन ट्रेनों को लेकर बिलासपुर रेलवे के अफसरों का कहना है कि फिलहाल जोन में ट्रेनें कैंसिल नहीं हुई हैं और यार्ड में खड़ी इन ट्रेनों का भी कैंसिल ट्रेनों से कोई लेना देना नहीं है.
बिलासपुर जोन में जगह नहीं होने के चलते खुले यार्ड में खड़े किए जा रहे ट्रेन
अफसर आगे कहते हैं कि मेनटेनेंस और एक्सट्रा कोच को यहां खड़ा करके रखा गया है, क्योंकि बिलासपुर जोन में इतनी जगह नहीं है कि सभी ट्रेनों के कोच को यहां अरेंज करके रखा जा सके. इधर, महीनों से खड़ी ट्रेनों के कोच धूल, डस्ट और जंग लगकर खराब हो रहे हैं. यार्ड में खड़ी ट्रेनों में स्लीपर के साथ ही एसी कोच भी हैं.
अनूपपुर-अंबिकापुर सेक्शन पर कोयला लेकर जाने वाली मालगाड़ियों की संख्या बढ़ी है. एसईसीएल बैकुंठपुर, विश्रामपुर क्षेत्र के साथ ही उदयपुर परसा खदान से कोयला लेकर जाने वाली मालगाड़ियां दिन रात रेल लाइन से गुजर रहीं है. कोरिया और एमसीबी जिले से दिनभर में 15 से 20 मालगाड़ियां कोयला लेकर निकलती हैं.
कोतमा में 2, हरद, करंजी, नगर में 1-1 ट्रेन रद्द
अनूपपुर-अंबिकापुर रेल सेक्शन पर कोतमा में 2, हरद में 1 करंजी स्टेशन यार्ड में 1 ट्रेन की पूरी कोच को खड़ा करके रखा गया है. हालांकि मामले में रेलवे कुछ और ही बता रही है, जबकि कुछ जिलेवासियों का कहना है कि कोयला लेकर जाने वाली मालगाड़ियों की संख्या बढ़ने के बाद जहां ज्यादातर ट्रेनें लेट चल रही हैं. तो वहीं कुछ ट्रेनें रद्द भी कर दी गई हैं. ऐसी चर्चा है कि वर्तमान में बिलासपुर जोन में 20 से 30 ट्रेनें काफी समय से रद्द है.
मामले में सीपीआरओ साकेत रंजन ने कहा कि एक ट्रेन के पीछे 6 एक्सट्रा रेक होती हैं. बिलासपुर में इतना बड़ा यार्ड नहीं है कि इतनी गाड़ियों को एक साथ रख सकें. मेंटेनेंस के लिए दी गई कोच को भी कोचिंग सर्विस लाइन में अरेंज करके रखा जाता है. जैसे अंबिकापुर से कोई गाड़ी शुरू होती है, तो उसे वहां रख सकते हैं. उन्होंने आगे कहा कि बिलासपुर जोन में फिलहाल ट्रेनें कैंसिल नहीं है.
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