
CG Forest Department : छत्तीसगढ़ के जंगलों में लगने वाली आग की घटनाओं में कमी लाने के लिए वन विभाग और सामाजिक संस्थाएं लगातार जोर दे रही हैं. इसी क्रम में जशपुर जिले के वनों में आग लगने की घटना में पहले काफी इजाफा हुआ था. लेकिन अब कमी आई है. वन संपदा को आग से बचाने के लिए वन विभाग का अमला ने छत्तीसगढ़ी गीत के माध्यम से लोगों में जागरूकता की अनूठी पहल शुरू की है. इन दिनों जंगल में महुआ संग्रहण के दौरान आग लगने की घटना से रात दिन जंगलों में भारी क्षति हो रही है.
वन विभाग को काफी मशक्कत करनी पड़ती है
महुआ वनोपज संग्रहण के समय ग्रामीणों द्वारा पेड़ के नीचे आग लगा दी जाती है. उससे दूर- दूर तक जंगल आग की चपेट में आ जा रहे हैं. जिससे आग विकराल रूप ले रही है. इस आग को बुझाने में वन विभाग को काफी मशक्कत करनी पड़ती है.जागरूकता अभियान में ग्राम पंचायत स्तर पर नव निर्वाचित प्रधानों, वन्य समितियों की भी मदद ली जा रही है.
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गांव के लोगों को जंगल के महत्व को बताया
वन अधिकारी का कहना है कि ग्रामीणों को जागरूक करने से उन्हें आग की रोकथाम में काफी सहयोग मिल रहा है. ग्रामीण क्षेत्रों से आग लगने की सूचना मिलते ही वन विभाग का अमला मौके पर पहुंच जा रहा है. इससे वनों में आग लगने की घटना में पैंतालीस फीसदी कमी आई हैं. गांव के लोग भी जंगल के महत्व को समझने लगे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि हमारे जंगलों की हरियाली बचाने के लिए वे नियमित बैठक लेकर इस काम में सभी का सहयोग ले रहे हैं.
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