Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में अतिक्रण रोकने के लिए गए रेंजर समेत 3 कर्मियों के कपड़े उतार लाठी डंडे से बेदम पिटाई कर दी. जान बचाकर जैसे-तैसे ये सभी इनके चंगुल से निकले और गांव में ही अन्य लोगों से मदद मांगी। इन सभी का मैनपुर में प्राथमिक इलाज के बाद सभी को गरियाबंद रेफर किया गया है.
ये है मामला
शनिवार को उदंती सीता नदी अभ्यारण्य के बफर जोन के तौरेंगा वन परिक्षेत्र में अतिक्रमण की सूचना मिली थी. इसके बाद वन परिक्षेत्र अधिकारी राकेश परिहार अपनी सरकारी गाड़ी से कर्मी पिताम्बर डोंगरे के साथ अवैध अतिक्रमण को रोकने पहुंचे थे। गोना नवापारा निवासी अशोक पिता देवीसिंह नेताम ट्रेक्टर से वन भूमि में अवैध रूप से जोताई कर रहा था. जिसे रेंजर ने रोकने का प्रयास किया. वन अमला को देख चालक ट्रेक्टर सहित गांव की ओर भाग गया. घटना स्थल का मुआयना अमला कर रहा था, तभी गांव की ओर से 25 से 30 महिला-पुरूष पहुंच गए. रेंजर और वन कर्मचारियों को चारों ओर से घेरकर पकड़ लिया. रेंजर परिहार और अन्य तीनों कर्मियों के कपड़े उतरवाए, मोबाइल, पैसा भी छीना लिया. फिर भीड़ लाठी व डंडे से तब तक पीटती रही जब तक शरीर से चमड़ी न उधड़ गई.
इनसे मांगा सहयोग
अर्ध नग्न हालत में वे रक्शापत्थरा लघु वनोपज सहकारी समिति के प्रबंधक के घर पहुंचे और उनसे सहयोग मांगा. वहां सहयोगी कर्मियों ने धोती, साड़ी में लपेट कर पहले शोभा थाना पहुंचाया. जहां रेंजर परिहार ने मामले की लिखित शिकायत दर्ज कराई. घायलों को मैनपुर अस्पताल में भर्ती कर कर प्रारम्भिक उपचार किया गया. फिर यहां से जिला अस्पताल के लिए रेफर किया गया. इधर मिलते ही उप संचालक वरुण जैन व पुलिस अफसर अस्पताल पहुंच गए थे.
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अफसर बोले- कार्ऱवाई होगी
उदंती सीता नदी टाइगर रिजर्व फॉरेस्ट के उप संचालक वरुण जैन ने कहा कि वन कर्मी अफसरों के साथ अतिक्रमण कारियों ने मारपीट की है. इस मामले उचित कानूनी कार्रवाई करने के लिए आला अफसरों को कहा गया है. घायलों का उचित उपचार कराया जा रहा है. आरोपियों की यह कायराना हरकत है. अतिक्रम हटाओ अभियान सतत जारी रहेगा. मैनपुर के SDOP पुलिस बाजीलाल सिंह ने बताया कि वन विभाग ने मामले की सूचना दी है. रिपोर्ट दर्ज होने तक बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
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