छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के पांडुका क्षेत्र में एक बार फिर हाथियों का उत्पात देखा जा रहा है. बीती रात दल से अलग हुए एक दंतैल हाथी ने पांडुका क्षेत्र के तोरेंगा गांव में जमकर उत्पात मचाया. जिससे ग्रामीणों को काफी नुकसान पहुंचा. घटना के बाद भी हाथी गांव के करीब ही घूमता रहा जिसके कारण लोग दहशत में रात गुजारने को मजबूर हो गए.
पैरी नदी को पार कर तोरेंगा गांव पहुंचा हाथी
दरअसल, गुरुवार की देर रात दंतैल हाथी धमतरी जिले से होकर गरियाबंद जिले में पैरी नदी को पार कर तोरेंगा गांव पहुंचा और गांव में जमकर उत्पात मचाते हुए कई घरों को तोड़ दिया. इतना ही नहीं हाथियों ने गांव में लगे फसल को भी काफी नुकसान पहुंचाया.
दहशत में रात गुजारने को मजबूर ग्रामीणों
सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने मुनादी करते हुए 25 गांवों को हाई अलर्ट जारी किया है. साथ ही टीम ने ग्रामीणों को सचेत रहने की भी अपील की है. वहीं वन विभाग के टीम रातभर हाथियों की लोकेशन के पास ही मौजूद रहे और फिलहाल हाथियों पर नजर बनाए हुए हैं. बता दें कि हाथियों के उत्पात से ग्रामीणों ने पूरी रात दहशत में गुजारी है.
अब तक 10 लोगों को ले ली जान
बता दें कि गरियाबंद जिले के पांडुका क्षेत्र के वन में फिलहाल तीन हाथियों की उपस्थिति है. दो हाथी क्षेत्र में पहले से ही मौजूद थे, लेकिन उनमें से एक दंतैल हाथी ने बीते कुछ सालों से इलाके में उत्पात मचाना शुरू कर दिया. इतना ही नहीं दंतैल हाथी के हमले से गरियाबंद जिले और धमतरी जिले में बीते तीन सालों में 10 लोगों की मौत भी हो चुकी है.