Chhath Puja 2024 puja vidhi: छत्तीसगढ़ समेत राजनांदगांव के लोक आस्था के महापर्व कहे जाने वाले छठ को लेकर पूरे देश भर में विधि-विधान से पूजा की जा रही है. राजनांदगांव शहर के मोती तालाब में भी लोक आस्था के महापर्व छठ को लेकर आज डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया गया. इस दौरान बड़ी संख्या में छठ का व्रत रखी महिलाएं और उनके परिजन मौजूद रहे. पूरे देश भर में छठ का पर्व मनाया जा रहा है. चार दिन तक चलने वाले आस्था के पर्व को लेकर आज शहर के मोती तालाब में भगवान सूर्य की उपासना की गई.यहां डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया गया. गुरुवार को अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को छठव्रती महिलाओं द्वारा पहला अर्घ्य दिया गया.
शुक्रवार को उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा
इसके साथ ही कल उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा. अपने पति और बच्चों की लंबी उम्र और सुख शांति के लिए पूरे देश भर में छठ का पर्व मनाया जाता है, और छठव्रती महिलाओं द्वारा विधि विधान से भगवान सूर्य की पूजा अर्चना की जाती है. आज दिनभर उपवास के बाद शाम को अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को अर्घ्य प्रदान किया गया और लोक आस्था का महापर्व मनाया गया.
कांकेर में दिखा उत्साह
कांकेर में नहाए खाए के साथ शुरू हुए छट पूजा का आज तीसरा दिन काफी खास रहा. नहाए खाए के साथ शुरू हुए इस पर्व को लेकर काफी उत्साह देखा जा रहा है. उत्तर भारत के लोग भारी संख्या में दुधावा तालाब में एकत्रित होकर फटाखे फोड़ छठी मईया की पूजा कर पर्व मना रहे हैं. व्रतधारी महिलाएं डूबते सूर्य को अर्घ्य देकर सुख समृद्धि की कामना करती नजर आई.
धूनधूटा नदी के तट पर उमड़ी आस्था
आज अंबिकापुर के धूनधूटा नदी तट का नाजारा देखते ही बन रहा था. हजारों की संख्या में छठ व्रत करके महिलाओं ने पूजा की. डूबते हुए सूरज को अर्घ्य दिया. इस महापर्व में बुजुर्ग, बच्चे, महिलाएं व युवाओं के द्वारा बड़े श्रद्धा के साथ उपासना की गई. इस दौरान NDTV ने श्रद्धालु से बातचीत की.