Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के कोरिया और एमसीबी (Koriya and MCB) जिले में बिजली कंपनी (Electricity Company) के सब स्टेशन ऑपरेटरों (Sub Station Operators) से अवैध वसूली (Illegal Recovery) का मामला सामने आया है. बिजली कंपनी के ठेकेदार (Contractor) के नाम पर यहां का एक ठेका मजदूर हर महीने बिजली चालू करने वाले ऑपरेटरों से लाखों रुपए की वसूली कर रहा है. बताया गया है कि उगाही का यह खेल करीब दो साल से चल रहा है. ऑपरेटरों को काम से निकालने की धमकी देने के कारण वे भी मन मारकर अपनी मेहनत की कमाई ठेका मजदूर के हवाले कर देते हैं. एनडीटीवी (NDTV Exclusive) को मिले साक्ष्यों की मानें तो मोबाइल पेमेंट के जरिए वहां के ऑपरेटर तथाकथित ठेका मजदूर को हर दो से तीन महीने में हजारों रुपए की राशि दे रहे हैं.
रुपए नहीं देने पर मिलता है ट्रांसफर लेटर
बता दें कि बिजली कंपनी के सब स्टेशन में ऑपरेटर उपलब्ध कराने के लिए जेबीएस कंपनी लिमिटेड नाम की फर्म को ठेका दिया गया है. हालांकि, ऑपरेटर नौकरी जाने के डर से खुल कर सामने नहीं आ रहे हैं. ऑपरेटरों का दबी आवाज में कहना है कि आरोपी ठेका मजदूर खुद को ठेकेदार का तथाकथित सुपरवाइजर बताता है. कई बार पैसे ना देने के करण ऑपरेटरों को काम से निकालने या फिर करीब 60 से 70 किलोमीटर दूर ट्रांसफर करने के लिए लेटर जारी कर दिया जाता है. सब स्टेशन ऑपरेटर को मिलने वाली सैलरी लगभग आठ हजार होती है. कई ऑपरेटरों पर इससे पहले भी ट्रांसफर करने की कार्रवाई की जा चुकी है.
कार्यपालन यंत्री से कर चुके हैं शिकायत
बता दें कि सूरजपुर जिले में बिजली ऑपरेटरों ने नौकरी लगाए जाने के लिए रुपए देने से लेकर हर महीने किए जा रहे उगाही की शिकायत कार्यपालन यंत्री से की है. शिकायत की कॉपी के अनुसार, जेबीएस कंपनी लिमिटेड के सद्दाम हुसैन और ठेका मजदूर ऑपरेटर हीरालाल राय की नामजद शिकायत हुई थी. फरवरी 2024 में शिकायत करने के बाद सूरजपुर जिले में ऑपरेटरों से रुपए उगाही करना बंद कर दिया गया. लेकिन, कोरिया और एमसीबी जिले में उगाही का यह खेल अभी भी जारी है.
मोबाइल पेमेंट से ले रहे रुपए
नौकरी छीन जाने के डर से सब-स्टेशन ऑपरेटर आरोपी ठेका मजदूर के विरोध में खुलकर सामने नहीं आ रहे हैं. लेकिन, एनडीटीवी को दिए अपने बयान में ऑपरेटरों ने बताया कि कोरिया और एमसीबी जिले में ऐसे लगभग 30 सब स्टेशन हैं जिनके बीच की दूरी बहुत ज्यादा है. ऐसे में यह ठेका मजदूर सभी ऑपरेटरों से मोबाइल पेमेंट के जरिए पैसे मंगा लेता है. ऑपरेटरों ने एनडीटीवी की टीम से मोबाइल पेमेंट का स्क्रीनशॉट साझा किया है.
अपना दुख किसे बताएं
एनडीटीवी से बात करते हुए एक सब स्टेशन ऑपरेटर भावुक हो गया. उसने बताया कि सब स्टेशन में काम करने वाले ऑपरेटरों ने आईटीआई और इंजीनियरिंग के तहत तीन साल डिप्लोमा की पढ़ाई की है. सभी ऑपरेटर हाई स्किल्ड हैं. बावजूद इसके, हर दिन 33000 वोल्ट की हाई टेंशन लाइन में जान जोखिम में डालकर काम करने के बाद उन्हें महीने में करीब 8200 रुपए वेतन मिलता है. इतने रुपए में घर चलाना भी मुश्किल होता है.
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अधीक्षण यंत्री ने कहा, 'होगी कार्रवाई'
मामले में अपना पक्ष रखते हुए बिजली विभाग के अधीक्षण यंत्री का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है, लेकिन अब तक किसी ऑपरेटर ने मामले में शिकायत नहीं की है. अगर मामले में शिकायत आती है तो विधिवत कार्रवाई की जाएगी. क्योंकि जिस आरोपी का नाम सामने आ रहा है वह स्वयं ठेकेदार नहीं है. ऐसे में वह किसके कहने से रुपए ले रहा है यह जांच का विषय है. मामले में उच्च अधिकारियों के निर्देश पर मामले को संज्ञान में लेकर जांच और कार्रवाई की जाएगी.
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